गया जिले में बीजेपी ने एक नई राजनीतिक परंपरा की शुरुआत की है, जहां पहली बार जिले को दो हिस्सों में बांटकर दो जिलाध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं। गया पूर्वी का नेतृत्व चिंटू शर्मा और गया पश्चिमी का जिम्मा विजय मांझी को सौंपा गया है। यह निर्णय प्रदेश संगठन प्रभारी रत्नेश कुशवाहा द्वारा सम्राट होटल में आयोजित बैठक में घोषित किया गया। इस फैसले ने पार्टी में नई ऊर्जा का संचार किया है और आगामी चुनावी समीकरणों पर इसका असर देखा जाएगा।गया जिला में 10 विधानसभा क्षेत्र हैं, और पार्टी ने क्षेत्रीय संतुलन और संगठन की मजबूती को ध्यान में रखते हुए इसे दो भागों में बांटने का फैसला किया।
चिंटू शर्मा को पूर्वी जिलाध्यक्ष बनाया गया, जिनके अधीन टिकारी, शेरघाटी, बाराचट्टी, गुरुआ और इमामगंज विधानसभा क्षेत्र आएंगे। वहीं, विजय मांझी पश्चिमी जिलाध्यक्ष होंगे, और उनके दायित्व में बोधगया, गया, बेलागंज, वजीरगंज और अतरी विधानसभा क्षेत्र शामिल होंगे।इस फैसले का एक महत्वपूर्ण पहलू जातिगत संतुलन है, जिसमें एक जिलाध्यक्ष सवर्ण समुदाय से और दूसरा अतिपिछड़ा वर्ग से नियुक्त किया गया है। चिंटू शर्मा पहले भी जिलाध्यक्ष रह चुके हैं और सवर्ण समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि विजय मांझी का चयन अतिपिछड़ा वर्ग से किया गया है। विजय मांझी के नाम पर पहले कई नाम चर्चा में थे, लेकिन अंत में पार्टी के बड़े नेताओं के हस्तक्षेप से उनका चयन हुआ। वे पहले बोधगया विधानसभा से भाजपा के उम्मीदवार रह चुके हैं और उनकी पत्नी बोधगया नगर परिषद की चेयरमैन हैं।जिलाध्यक्षों की घोषणा के बाद सम्राट होटल में माहौल गर्म था, जहां समर्थकों ने दोनों नए जिलाध्यक्षों को मालाओं से लाद दिया। इस मौके पर प्रदेश सरकार के मंत्री प्रेम कुमार, पूर्व सांसद सुशील सिंह और पूर्व जिलाध्यक्ष धनराज शर्मा सहित कई बड़े नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। दोनों जिलाध्यक्षों ने पार्टी की नीतियों को मजबूती देने का संकल्प लिया और अपने-अपने क्षेत्र में बीजेपी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की बात कही।