NEWSPR डेस्क। भाजपा ने शुक्रवार को बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को राज्यसभा उपचुनाव के सीट के लिए अपना उम्मीदवार बनाया हैं। उच्च सदन के लिए मोदी का चुनाव सभी के लिए निश्चित है क्योंकि भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का राज्य विधानसभा में बहुमत है। सीट के लिए चुनाव 14 दिसंबर को होने वाला है और आरजेडी के नेतृत्व वाले प्रतिद्वंद्वी गठबंधन ने चुनाव लड़ने का फैसला किया।
आपको बता दे कि लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की मृत्यु के बाद यह सीट खाली हो गई थी। जिसके बाद एक मीडिया हाउस को राजद नेता मनोज झा ने शुक्रवार को बताया कि हम भी राज्यसभा चुनाव में अपना कैंडिडेट उतारेंगे। हालांकि, अभी राजद ने किसी नाम का ऐलान नहीं किया है, लेकिन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दिकी के नामों की चर्चा है।
अगर राजद कैंडिडेट उतारती है तो सदन में वोटिंग की स्थिति बन जाएगी। राज्यसभा चुनाव में गुप्त वोटिंग होती है और इसमें हॉर्स ट्रेडिंग होने का इतिहास है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जदयू, जो भाजपा की सहयोगी है, उसको निशाना बनाने के लिए अपने दम पर लड़ने के फैसले किया हैं। बिहार एनडीए से बाहर एलजेपी के साथ, भगवा पार्टी ने उस सीट को फिर से हासिल करने का फैसला किया है जो उसने पेश की थी।
इसके अलावा भाजपा नेतृत्व ने बिहार में अपने सबसे प्रमुख नेताओं में से एक सुशील कुमार मोदी को हालिया हुए बिहार विधानसभा चुनाव में उप मंत्री के पद से हटाने का फैसला किया था और इसके बजाय, उन्होंने दो अन्य नेताओं, तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी को चुना, जो पार्टी में राज्य के नेतृत्व की नई फसल को प्रभावित करने के प्रयास के रूप में उनके प्रतिस्थापन के रूप में देखे गए थे।