NEWSPR डेस्क। जदयू के निवर्तमान विधायक व आरा ज़िले की अगियांव सुरक्षित विधानसभा सीट से प्रत्याशी प्रभुनाथ राम को अपने ही क्षेत्र में जनता के भारी विरोध का सामना करना पड़ा है।
वे सोमवार की देर शाम अजीमाबाद के चिपुरा गांव में थे तभी ग्रामीणों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया और वापस जाने पर मजबूर कर दिया।
इस दौरान उन्हें काले झंडे भी दिखाए गए। उनकी गाड़ी पर पथराव भी किए जाने की बात कही जा रही है। इस घटना का वीडियो बनाकर इलाक़े में वायरल किया जा रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि बड़ी संख्या में ग्रामीण प्रभुनाथ वापस जाओ के नारे लगा रहे हैं।
साथ में रोड नहीं, तो वोट नहीं के नारे भी लग रहे हैं। ग्रामीणों के भारी विरोध को देखते हुए विधायक ने क़ाफ़िले को पीछे मोड़ना ही बेहतर समझा। बाद में उन्होंने इस घटना का आरोप महागठबंधन समर्थकों पर लगा दिया है।
हाल में सत्तारूढ़ दलों के नेताओं को अपने क्षेत्रों में जनता के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को ही मधुबनी के लौकहा में बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन मंत्री सह स्थानीय जदयू विधायक लक्ष्मेश्वर राय को भी जनसंपर्क के दौरान लोगों ने घेर लिया था।
उनसे पांच साल में किये कामों का हिसाब मांगा जाने लगा। इस बीच विधायक और उनके साथ मौजूद सुरक्षाकर्मी व कार्यकर्ता मौका देख निकलने लगे।