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बीपीएससी पेपर की 8 से 10 लाख में हुई थी डील, पटना के कंट्रोल रूम से रची साजिश, आधुनिक गैजेट और कैश बरामद, NIT इंजीनियर समेत चार गिरफ्तार

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NEWSPR डेस्क। बीपीएससी 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा के पेपर लीक मामले से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। जहां ईओयू की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सरकारी कर्मचारी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं टीम ने इस बात दावा किया है कि पेपर इंजीनियर ने लीक की थी। पटना के लोहानपुर इलाके में बकायदा कंट्रोल रूम बनाकर यह काम कर रहा था। खुलासे में यह बात सामने आई है कि प्रति पेपर 8 से 10 लाख में डील की गई है।

टीम का कहना है कि पूरे मामले में सरगना पिन्टू यादव है। आर्थिक अपराध इकाई टीम के मुताबिक पिन्टू पटना एनआइटी से इंजीनियरिंग भी कर चुका है। पुलिस ने पूछताछ के बाद राजेश कुमार, जो  कृषि विभाग में बतौर सहायक के पद पर कार्यरत हैं, पटना से निशिकान्त कुमार, पटना के कंकड़बाग से कृष्ण मोहन सिंह और औरंगाबाद के रहने वाले सुधीर कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।

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वहीं पकड़े गए चार लोगों से पूछताछ में यह जानकारी सामने आई कि कदमकुआं थाना क्षेत्र के लोहानीपुर मे गिरोह द्वारा कंट्रोल रूम का संचालन किया जा रहा था। छापेमारी के दौरान कंट्रोल रूम से कई आधुनिक गैजेट और कैश बरामद किया गया है। इस गिरोह के मास्टरमाइंड का नाम आनंद गौरव ऊर्फ पिन्टू यादव बताया जा रहा है।

ईओयू के मुताबिक पिन्टू पटना एनआईटी से इंजीनियरिंग कर चुका है और वर्ष 2015 में इलाहाबाद के अध्यापक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार भी हो चुका है। इसके साथ ही 2020 में मुंगेर जिले में हुए मार्डर कांड में अरोपित है। पिन्टू के बैंक अकाउंट में 12 लाख होने की सूचना के बाद ईओयू की टीम ने खाते को फ्रीज करवा दिया है।

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