NEWSPR DESK- पटना के बेउर और नवादा के जेल अधीक्षक गलत पाए गए हैं और आखिरकार उन्हें निलंबित कर दिया गया आपको बता दें कि बेऊर जेल में 3 मार्च को छापेमारी की गई थी इसी दौरान जब अधीक्षक सत्येंद्र कुमार को डिवीजन वार्ड दिखाने को कहा गया तो वह विजिलेंस वार्ड लेकर चले गए इतना ही नहीं उन्हें एक ही स्पेशल सेल के बारे में छापेमारी टीम को बताया जबकि वहां दो ऐसे सेल हैं एक तेल से तो बजा बता मोबाइल फोन भी बरामद हुआ और कई अन्य गंभीर आरोप में उन्हें एवं नवादा के जेल अधीक्षक महेश रजक को निलंबित कर दिया गया.
इसके अलावा जेल में कुख्यात सुभाष सिंह द्वारा बंदी को डराने-धमकाने का वीडियो वायरल हुआ था। इस मामले में भी उनकी लापरवाही सामने आई है। इससे पहले बेऊर जेल के उपाधीक्षक संजय कुमार को निलंबित किया गया था।
नवादा जेल में मिले थे 9 मोबाइल
नवादा मंडल कारा के उपाधीक्षक के बाद वहां के अधीक्षक महेश रजक पर भी गाज गिरी है। जेल में बार-बार मोबाइल व प्रतिबिंधित सामग्री की बरामदगी को लेकर उन्हें निलंबित कर दिया गया है। जेल प्रशासन का मानना है कि काराधीक्षक द्वारा कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही बरती जा रही थी। उनके अधीन जो कर्मचारी थे उनपर कोई नियंत्रण नहीं था। साथ ही वह जेल के प्रबंधन और पर्यवेक्षण में पूर्णत: विफल रहे, जिससे कारा की सुरक्षा व्यवस्था भी खतरे में पड़ गई थी।
जितेन्द्र कुमार बने बेऊर जेल के अधीक्षक
बेऊर समेत चार जेलों में नए अधीक्षक की तैनाती की गई है। पूर्णिया में तैनात जितेन्द्र कुमार को आदर्श केन्द्रीय कारा, बेऊर का नया अधीक्षक बनाया गया है। कारा एवं सुधार सेवाएं निरीक्षणालय में तैनात राजीव कुमार झा को केन्द्रीय कारा पूर्णिया, उपकारा बेनीपट्टी में तैनात रहे अभिषेक कुमार पाण्डेय को मंडल कारा नवादा और मोती लाल को बेनीपट्टी उपकारा का अधीक्षक बनाया गया है।