पाकिस्तान में सोमवार सुबह-सुबह एक बड़ा रेल हादसा हो गया है. सिंध के डहारकी इलाके में दो ट्रेनें आपस में टकरा गई हैं. इस हादसे में 32 लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक लोग घायल हो गए हैं.
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के घोटाकी जिले के डहारकी में सोमवार तड़के करीब 3:45 बजे मिल्लत एक्सप्रेस और सर सैय्यद एक्सप्रेस की आपस में टक्कर हो गई. इससे मिल्लत एक्सप्रेस के 8 डिब्बे पटरी से उतर गए. मिली सूचना के मुताबिक, अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है और 60 से अधिक लोग घायल हो गए हैं. घायलों में से कई की हालत अभी गंभीर बनी हुई है. मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है. घोटाकी जिले के डिप्टी कमिश्नर ने मौतों की पुष्टि की है.
#BREAKING #Pakistan Train #Accident. #Millat Express collides with Sir Sayyed Express (DN). Incident happened near #Daharki (in between Sukkur & Sadiqabad). Many casualties expected. pic.twitter.com/i2CD0sZnr3
— Chaudhary Parvez (@chaudharyparvez) June 7, 2021
जानकारी के मुताबिक हादसे की जानकारी मिलने के कुछ ही घंटों बाद इलाके में राहती काम शुरू हो गया. जख्मियों और मरने वाले लोगों को सादिक आबाद और मीरपुर के अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है. जहां अब तक 32 लोगों की जान चली गई है और 60 से ज्यादा अभी भी जख्मी बताए जा रहे हैं.
इस भीषण रेल हादसे के बाद घोटकी, ओबारो और मीरपुर के अस्पतालों में आपातकाल घोषित कर दिया गया. घोटकी के डेप्युटी कमिश्नर उस्मान अब्दुल्ला ने बताया कि कम से 32 लोग मारे गए हैं और 60 से ज्यादा अन्य घायल हो गए हैं. बोगियां पलट जाने की वजह से लोगों को निकालने में दिक्कत आ रही है.
पाकिस्तानी अधिकारियों ने आशंका जताई है कि मरने वालों की संख्या काफी बढ़ सकती है. डेप्युटी कमिश्नर ने कहा कि हादसे में 13 से 14 बोगियां पलट गई हैं. इनमें से 6 से 8 पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं. उन्होंने कहा कि कई लोग अभी भी बोगियों में फंसे हुए हैं और उन्हें निकालने में काफी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. डेप्युटी कमिश्नर ने कहा कि राहत ट्रेन को रवाना कर दिया गया है.
हालांकि अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि राहत और बचाव काम कब तक चलेगा. डेप्युटी कमिश्नर ने कहा कि यह बहुत चुनौतीपूर्ण काम है. बोगियों में फंसे लोगों को निकालने के लिए बड़ी मशीनों को घटनास्थल पर लाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि सभी डॉक्टरों को काम पर बुला लिया गया है. यात्रियों को राहत देने के लिए मेडिकल कैंप बनाया जा रहा है.