डेंगू मरीजों का टूटा रिकॉर्ड, सिवान में संक्रमितों का आंकड़ा 400 पार, पढ़ें कितना खतरनाक है ये मच्छर

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। बिहार के सिवान जिले में डेंगू का कहर जारी है. इसको लेकर स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. एक के बाद एक डेंगू से संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. जिले में डेंगू से पीड़ित मरीजों की तादाद बढ़कर 400 के पार हो गया है. इसके रोकथाम को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग का प्रयास नाकाफी साबित हो रहा है. मरीजों को न तो बेहतर उपचार मिल पा रहा है और न हीं उनका समुचित तरीके जांच हो पा रहा है. सीमित संसाधनों और स्वास्थ्य विभाग के लचर रवैये के चलते पिछले तीन दिनों के अंदर डेंगू ने अपना अधिक पांव पसारा है. आलम यह है कि सिवान के शहरी क्षेत्र में 300 और महराजगंज नगर पंचायत और अनुमंडल क्षेत्र में 100 से अधिक लोग डेंगू से संक्रमित हो चुके हैं.

इस मामले में सिवान के प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. प्रमोद कुमार पांडेय ने डेंगू ग्रसित इलाकों में शिविर लगाकर लोगों की जांच करने का निर्देश दिया. इसके बावजूद महाराजगंज अनुमंडलीय अस्पताल और सिवान सदर अस्पताल के कर्मी शिथिलता बरतते रहे. जिसके चलते महाराजगंज नगर पंचायत क्षेत्र में डेंगू से संक्रमित 100 और सिवान शहर में 300 लोग संक्रमित पाए गए. डेंगू से संक्रमित मरीजों की इतनी बड़ी संख्या सामने आने के बाद आम लोगों के साथ-साथ जिला स्वास्थ्य विभाग भी सकते में आ गया. जिसके बाद से सिवान सदर अस्पताल के कई वरीय स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी निरीक्षण करने के लिए महाराजगंज अनुमंडलीय अस्पताल और सिवान शहर में पहुंच गए.

सिवान में एक माह पूर्व हीं डेंगू ने शहर में दस्तक दे दिया था. अब संक्रमितों की संख्या में इजाफा शुरू हो गया है. स्वास्थ्य विभाग एंटी लार्वा स्प्रे कराने की लगातार दावे भी कर रहा है. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रहा है. सिवान के काजी बाजार के रहने वाले 27 वर्षीय मुकेश कुमार, 18 वर्षीय धीरज कुमार, मुकेश रोशन, 17 वर्षीय प्रिंस कुमार, 30 वर्षीय अमित कुमार, 28 वर्षीय दीपक कुमार, रेणू साह, वकील कुमार डेंगू के एक्टिव मरीज है. इसके अलावे लगभग 400 लोग डेंगू बीमारी से ग्रसित बताए जा रहे हैं. जिनका सैंपल एकत्र किया क्या है. हालांकि अभी इन लोगों का रिपोर्ट नहीं आया है.

डेंगू से ग्रसित मरीज बताते हैं कि स्वास्थ्य विभाग में बैठे अधिकारीयों को यहां तक पता नहीं है कि डेंगू के मरीज अस्पताल के साथ नर्सिंग होम में इलाज कराने के लिए भर्ती हैं. जिस विभाग के पास लार्वा मारने की जवाबदेही है, उसके पास राशि का अभाव है. फॉगिंग के नाम पर सिर्फ बयानबाजी तक ही सीमित है. गिने-चूने इलाके में ही फॉगिंग कराई जा रही है. वहीं महाराजगंज के अलावे सिवान, मैरवा, बसंतपुर, जीरादेई, भगवानपुर सहित कई प्रखंडों के निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीज भर्ती हुए हैं.

महाराजगंज अनुमंडलीय अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक देवेंद्र सिंह बघेल ने बताया कि महाराजगंज नगर व अनुमंडल क्षेत्र में कुल 100 डेंगू मरीज संक्रमित पाए गए हैं. लोगों का किट के माध्यम से सैंपल लिया गया है. वहीं उक्त मरीजों को दवाइयां उपलब्ध कराया गया है. ताकि मरीज डेंगू के रोग से मुक्त होकर स्वस्थ हो सके. वहीं उन्होंने आगे बताया कि ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया जा रहा है तथा कई स्थानों पर फॉगिंग भी कराया जा रहा है.

प्रभारी सिविल सर्जन प्रमोद कुमार पांडेय ने कहा कि डेंगू बीमारी को लेकर काफी एक्टिव हैं. सिवान शहर और महाराजगंज के कुछ इलाकों से डेंगू के मरीज मिले हैं. इसको लेकर जिले की मेडिकल टीम मलेरिया पदाधिकारी के नेतृत्व में सिवान शहर और महाराजगंज नगर पंचायत गई थी. महाराजगंज अनुमंडल अस्पताल की मेडिकल टीम भी लगातार भ्रमणशील हैं तथा लोगों को दवा उपलब्ध करा रही है. जिले की मेडिकल टीम के साथ-साथ में महराजगंज अनुमंडलीय अस्पताल की टीम लगी हुई है.

संक्रमित इलाके में फॉगिंग करने के लिए निर्देश दिया गया है. ताकि लोगों को राहत मिल सके. उन्होंने आगे कहा कि जिस इलाके में डेंगू के मरीज मिलेंगे, उस इलाके में प्राथमिकता के तौर पर फॉगिंग होगा. साथ ही आस-पास के इलाके में भी फॉगिंग कराया जाएगा. जिले से भी फॉगिंग टीम को डेंगू को नियंत्रित करने के लिए लगाया गया है.

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