NEWSPR डेस्क। गया तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा दिसंबर महीने में बोधगया आएंगे. बताया जा रहा है बोधगया में करीब 20 दिनों का इनका प्रवास होगा. जिसमें कई कार्यक्रम में शामिल होंगे. कोरोना काल का 2 साल के बाद उनका गया के धरती पर आगमन होने जा रहा है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार बौद्ध श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी आएगी. उनके आगमन को लेकर गया जिला प्रशासन भी पूरे जोर-शोर के साथ तैयारी में लगी हुई है.
धर्मगुरु दलाई लामा 25 दिसंबर को बोधगया प्रवास पर आने की संभावना है. वहीं 29 दिसंबर से लेकर 31 दिसंबर तक कालचक्र मैदान में प्रवचन करेंगे. इसके बाद एक जनवरी 2023 को महाबोधि मंदिर में विशेष पूजा अर्चना कर नववर्ष के आगमन पर केक काटेंगे. उपस्थित बौद्ध भिक्षुओं के द्वारा उनकी दीर्घायु व स्वास्थ्य को लेकर विशेष प्रार्थना की जाएगी.
उनके आगमन को लेकर तिब्बती मंदिर में विशेष तैयारियां की जाएंगी. तिब्बती मंदिर, कालचक्र मैदान, महाबोधि मंदिर सहित पूरे बोधगया में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी. बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा के आगमन को लेकर प्रशासन थ्री लेयर सिक्योरिटी का इंतजाम कर रहा है. इसके लिए सेंट्रल और स्टेट फोर्स के हजारों जवानों के साथ-साथ बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायड की भी तैनाती की जाएगी. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को फूलप्रूफ बनाने में पुलिस प्रशासन अभी से जुट गई है.
गया की एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया दलाई लामा के आगमन को लेकर शहर की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रहेगी. बोधगया पूरे शहरी क्षेत्र को अभेद्य किले में तब्दील रहेगा. स्पेशल फोर्स की तैनाती होगी, सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाएगी, अस्थाई थाना खोले जा रहें हैं. होटल व बौद्धमठों में ठहर रहे देशी-विदेशी पर्यटकों को पर भी नजर रखी जा रही है. एसएसपी के मुताबिक संदिग्धों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जा रही है. बोधगया की सुरक्षा में सेंधमारी को रोकने और सुरक्षा को तगड़ा बनाने में पुलिस प्रशासन कोई लापरवाही करने के मूड में नहीं है.
इसको लेकर कई अहम फैसले ले रही है. सुरक्षा व्यवस्था को को लेकर पूरी एहतियात बरती जा रही. यहां होटल में ठहरने वालों, मकानों के किराएदारों की पड़ताल और अजनबियों की पहचान करने में पुलिस जुट गई है. बता दें कि कोरोना के वजह से बोधगया पर्यटन व्यवसाय पूरी तरह आर्थिक संकट से गुजर रहा. ऐसी संभावना है कि उनके आने से बोधगया पर्यटन पिछले तीन सालों से गुजर रहे आर्थिक संकट से उबरेगा. बोधगया एक बार फिर से विदेशी पर्यटकों से गुलजार होगा.