NEWSPR डेस्क। बिहार के डिप्टी सीएम सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने आज विधानसभा में बजट पेश किया। जो पिछले बजट से 19 हजार करोड़ रुपए ज्यादा हैं। 2022-23 के लिए 2 लाख 37 हजार 691 करोड़ 19 लाख का बजट पेश किया गया है। इसमें सबसे अधिक शिक्षा को 16.5% को दिया गया है। साथ ही तारकिशोर प्रसाद ने बिहार के विकास के 6 सूत्री मॉडल पेश किया। इन 6 सूत्री मॉडल में सरकार का फोकस शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आधारभूत संरचनाएं और जनकल्याणकारी योजनाओं पर रहा।
छह सूत्री एजेंडे में सबसे पहले स्वास्थ्य को रखा गया है। स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के साथ में कोरोना वायरस के दौर और उसके बाद राज्य में टीकाकरण से लेकर अन्य तरह के स्वास्थ्य इंतजामों को लेकर राज्य सरकार ने अपना संकल्प दिखाया है। वित्त मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सुरक्षा में सुधार के लिए 16,134 करोड़ आवंटित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि बजट का 65 प्रतिशत सामाजिक क्षेत्र में खर्च होगा।
वहीं बजट में दूसरे सूत्र के स्थान पर शिक्षा को स्थान दिया गया है। राज्य सरकार शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए एक बार फिर अपना संकल्प दिखाती नजर आई है। तार किशोर प्रसाद ने ऐलान किया है कि शिक्षा को राज्य सरकार इस साल भी अपने बजट में प्राथमिकता देगी। शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया जारी रहेगी। साथ ही साथ भवन ही स्कूलों को जल्द ही भवन मुहैया कराने के लिए भी हर कदम उठाया जाएगा।
सरकार की प्राथमिकता सूची में तीसरे स्थान पर उद्योग और निवेश को जगह मिला। राज्य में उद्योग धंधे का विस्तार हो और निवेशक आकर्षित हो इसके लिए सरकार ने अपना संकल्प दिखाया है। राज्य में औद्योगिक विकास के लिए हर पहल को लेकर नीति तैयार करने और उसे जमीन पर उतारने का संकल्प तारकिशोर प्रसाद में बजट में दिखा है। वहीं चौथे सेक्टर के तौर पर कृषि पर फोकस देने का ऐलान किया गया है। कृषि और इससे जुड़े क्षेत्रों के विकास को लेकर सरकार एक बार फिर आगे बढ़ने की तैयारी में है। इसके लिए कृषि रोडमैप के विस्तार को भी मंजूरी दी गई है।
सरकार ने पांचवें सूत्र के तौर पर शहरी और ग्रामीण विकास और उसकी आधारभूत संरचना को विकसित करने का संकल्प दिखाया है। शहर के साथ-साथ गांव का पूरा विकास हो इसके लिए सरकार अपनी विकास योजनाओं को रफ्तार देती रहेगी। छठे संकल्प के तौर पर सरकार ने कल्याणकारी योजनाओं को जारी रखने का ऐलान किया है। तारकिशोर प्रसाद ने बजट भाषण में छठे सूत्र के तौर पर कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र किया। इस दौरान समाज के कमजोर वर्ग के छात्रों के साथ-साथ अन्य तबके को जो कल्याणकारी योजनाओं के तहत मदद मिलती है उसे जारी रखने की बात कही गई है।
बता दें कि बजट की शुरुआत वित्त मंत्री ने कौटिल्य के अर्थशास्त्र के श्लोक- “अलबद्ध लाभार्थ, लब्ध परिरक्षणी”। अर्थात जो प्राप्त न हो उसे प्राप्त करना, जो प्राप्त हो गया उसे संरक्षित रखना, और जो संरक्षित हो गया है उसे समानता के आधार पर बांटना से की। इसके बाद उन्होंने कविता- यूं ही नहीं मिलती राही को मंजिल एक जुनून सा दिल में जगाना होता है। पूछा चिड़िया से… कैसे बना आशियाना? बोली-भरनी पड़ती है उड़ान बार-बार, तिनका-तिनका उठाना होता है।