घने कोहरे में समा गई राजधानी पटना, पछुआ ने बढ़ाई ठंड

Sanjeev Shrivastava

NEWSPR डेस्क। घने कुहासे और फुहार की तरह पड़ती ओस की बूंदाें के कारण बुधवार की सुबह काफी सर्द रही दृश्‍यता काफी कम रहने के कारण सुबह में वाहनों को हेडलाइट का सहारा लेना पड़ा। लाेग गर्म कपड़ों में दुबके रहे। सड़क पर निकलने से परहेज करते रहे। यात्री वाहनों के परिचालन में भी समस्‍या हुई। यात्रियों की संख्‍या भी अपेक्षाकृत कम रही।

इस सीजन के पहले घने कोहरे के चलते मंगलवार रात नौ बजे के बाद ही सड़कें सूनी हो गईं। गाड़ियां फॉग लाइट जलाकर धीरे-धीरे बढ़ती रहीं। पूर्वानुमान के अनुसार अभी पारे में और गिरावट होगी। दोपहर बाद सूबे में हवा का रुख बदला और बर्फीली हवाओं की दस्तक से अधिकतम पारे में गिरावट दर्ज की गई। दिन के तापमान में कमी आई है जबकि न्यूनतम तापमान ऊपर चढ़ा है।

मौसमविदों का कहना है कि अगले 24 घंटे में तापमान और नीचे आ सकता है। घने कोहरे के कारण पटना में विजिबिलिटी सुबह सात बजे 200 मीटर रही। रात में यह घटकर 100 मीटर से भी कम हो गई। यह इस सीजन का सबसे न्यूनतम स्तर रहा। सुबह आठ बजे 400 मीटर तक पहुंची जबकि दस बजे मात्र 500 मीटर की दृश्यता रही।

गया शहरी क्षेत्र की तुलना में ग्रामीण क्षेत्र में काफी घना कुहासा रहा। साढ़े सात बजे तक सूर्य देवता के दर्शन नहीं हुए थे। न्‍यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रहने के कारण ठंड काफी रही। गांव में दरवाजे पर अलाव से गर्मी पाने की कोशिश होती रही। इसी तरह से नवादा में भी घना कोहरा छाया रहा। वाहनों को लाइट ऑन कर धीरे-धीरे ले जाना पड़ा। सौ मीटर भी दृश्‍यता नहीं थी। यद्यपि यहां तापमान 16 डिग्री सेल्सियस मापा गया लेकिन कुहासे के कारण जनजीवन प्रभावित रहा।

इधर, पछुआ हवा का प्रवाह बढ़ने से पटना का अधिकतम पारा तीन डिग्री तक नीचे आ गया और अधिकतम तापमान 23.4 डिग्री दर्ज सेल्सियस किया गया। सूबे में गया का न्यूनतम पारा सबसे कम 11 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। भागलपुर का अधिकतम पारा 23.5 जबकि न्यूनतम 16.5 डिग्री सेल्सियस रहा। पूर्णिया का अधिकतम पारा 24.2 जबकि न्यूनतम 10.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

पटना से विक्रांत की रिपोर्ट…

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