NEWSPR डेस्क। पटना सरकार सड़क से लेकर संसद तक लोगों को संसदीय भाषा की सीख दे रही है, तो वहीं बिहार सरकार का एक वरिष्ठ अधिकारी महिलाओं की भीड़ में ऐसी-ऐसी गालियों का प्रयोग कर रहा है, जिसकी इजाजत कोई सरकार तो क्या कोई भी सभ्य समाज नहीं दे सकता. पिछले दिनों जब राजधानी के राजीव नगर थाना क्षेत्र के नेपाली नगर के मकानों को जिला प्रशासन के बुल्डोजर तोड़ रहे थे तब पटना के जिला नियंत्रण कक्ष में तैनात एक वरिष्ठ अधिकारी अपने मकान को बख्स देने की फरियाद करती महिलाओं को भद्दी-भद्दी गालियां दे रहा था. इस अधिकारी की गालियां तब भले ही बुल्डोजर के शोर में दब गई हों लेकिन अब इसकी गूंज पटना के अदालत में सुनी जा रही है.
वीडियो में महिलाओं के बीच घिरा यह अधिकारी पटना जिला नियंत्रण कक्ष में बतौर कार्यपालक दंडाधिकारी तैनात है. इस अधिकारी का नाम शैफुल्लाह खान है. विगत 1 जुलाई को नेपाली नगर में बने अवैध मकानों को तोड़ने की जिम्मेदारी शैफुल्लाह खान को दी गई थी. जाहिर है कि अपने-अपने आशियाने को जमींदोज होता देख लोग इस अधिकारी से अपने मकान को बख्स देने की गुहार कर रहे थे. इनमें कई महिलाऐं भी शामिल थी. जब इन महिलाओं ने इस अधिकारी से विनती की तो बदले में महिलाओं को इस अधिकारी से भद्दी-भद्दी गालियां सुनने को मिली.
जब शैफुल्लाह खान जब महिलाओं को भद्दी-भद्दी गालियां दे रहा था तब उसके समीप केवल स्थानीय महिलाएं ही नहीं थी बल्कि बिहार पुलिस की दर्जनों महिला सिपाही भी खड़ी थी. लेकिन इस अधिकारी ने महिलाओं को सम्मान देना तो दूर, उनके साथ सलीके से बात करने की भी जरुरत महसूस नहीं हुई. अब यह मामला पटना के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पहुंच चुका है. राजीव नगर के ही एक सामाजिक कार्यकर्ता विशाल सिंह ने इस मामले में पटना के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में शैफुल्लाह खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. विशाल सिंह ने अदालत को वह वीडियो भी सौपा है जिसमें शैफुल्लाह खान महिलाओं को गालियाँ दे रहा रहा है. अब देखना यह होगा की ऐसे गालीबाज अधिकारी को कौन सी सजा मिलती है.
पटना से विक्रांत की रिपोर्ट…