NEWSPR डेस्क। बिहार के मौसम ने लोगों की परेशान बढ़ा दी हैं। मार्च महीने से ही प्रचंड गर्मी की मार लोगों को झेलनी पर रही है। वहीं अब मौसम ने ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ा दिया है। यह खतरा तेज धूप के बीच अचानक से मौसम बदलने की वजह से है। राज्य का अधिकतम तापमान 44 डिग्री तक पहुंच गया है। इस बीच बारिश भी हो रही है। मौसम विभाग के साथ डॉक्टर भी इस मौसम को खतरनाक बता रहे हैं। मौसम के सामंजस्य में थोड़ी सी चूक दिमाग के नसों को डैमेज कर सकती है। बीमार और वृद्ध लोगों को विशेष सावधानी की सलाह दी जा रही है।
कभी अचानक से धूप में जाना और अचानक से ठंड में आ जाना, सेहत के लिए घातक होता है। ठंड गर्म का सामंजस्य नहीं बन पाने से ही शरीर की सेंस्टिव नसों को अचानक क्षति पहुंच सकती है। ऐसे में ब्रेन स्ट्रोक और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
मौजूदा समय में मौसम ऐसे ही खतरा बना रहा है। कड़ी धूप में पसीना छूट रहा है तो अचानक से बारिश का माहौल बन जा रहा है। ऐसे मौसम में शरीर के तापमान को स्थिर रखने के लिए खान-पान और सावधानी बरतनी होगी। पेय पदार्थों के साथ मौसमी फलों के प्रयोग के साथ ठंडा गर्म के सामंजस्य को बनाए रखना होगा ताकि शरीर पर इसका असर नहीं पड़े।
8 जिलों में बारिश का अलर्ट
वहीं मौसम विभाग ने राज्य के 8 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। बाकी 30 जिलों में मौसम पूरी तरह से शुष्क होने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में अभी भी पूर्वी एवं दक्षिण पूर्वी हवा का प्रवाह जारी है। इसके साथ ही बिहार के दक्षिणी भागों में पछुआ हवा का प्रवाह है। इन मौसमी कारकों के प्रभाव से प्रदेश उत्तरी भागों के पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज जिले के एक दो स्थानों पर बारिश या बूंदाबादी की संभावना है।
इसके अलावा बाकी हिस्सों का मौसम शुष्क बने रहने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग का यह भी अलर्ट है कि राज्य के दक्षिणी भागों में कुछ शहरों औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई सहित लगभग 12 जिलों का तापमान 40 डिग्री से अधिक होगा। हालांकि दिन के तापमान में अगले 5 दिनों तक किसी विशेष बदलाव नहीं होने की बात कही जा रही है।
मौसम के बदलाव के कारण अस्पतालों में ब्रेन स्ट्रोक के मामले बढ़ रहे हैं। IGIMS में हर दिन दो से चार मामले आ रहे हैं। पटना मेडिकल कॉलेज, एम्स और नालंदा मेडिकल कॉलेज में भी ब्रेन स्ट्रोक या फिर तेजी से ब्लड प्रेशर बढ़ने के कारण हालत बिगड़ने के मामले आ रहे हैं। IGIMS के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मनीष मंडल का कहना है कि गर्मी ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। बीपी के मरीज सावधान रहें और नियमित दवाएं लेते रहें। मौसम में बदलाव को देखते हुए सावधानी बरते खान पान सही रखें, शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें।