‘ रामविलास पासवान का बेटा हूं, मैं शेर का बेटा हूं… ना मैं पहले डरा हूं और ना ही आगे डरूंगा…”

Patna Desk

पटना डेस्क : 

चाचा पर लगाया दगा देने का आरोप : लोजपा में बगावत पर आज चिराग पासवान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया, वे अपने चाचा पशुपति पारस पर दगा देने का आरोप लगाया। इसके लिये उन्होंने जेडीयू को जिम्मेदार बताया। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जेडीयू की वजह से उनकी पार्टी में टूट हुई है। जब उनकी पार्टी में ही लोग दगा दे रहे हैं तो वे क्या कर सकते हैं।

कानूनी तरीके से लड़ी जायेगी लड़ाई : चिराग पासवान ने कहा वे चाहते थे कि पारिवारिक लड़ाई बंद कमरे में ही निपटा लिया जाये, लेकिन ये लड़ाई अब लंबी चलेगी, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस से खत्म नहीं होगा। उन्होंने साफ तौर से कहा कि ये लड़ाई अब कानूनी तरीके से लड़ी जायेगी। चिराग पासवान ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से मेरी तबीयत खराब थी, जिसकी वजह से वो बाहर नहीं निकल पाये। मेरे पिठ पीछे पार्टी को तोड़ने की कोशिश की गई। चिराग पासवान ने कहा कि 8 अक्टूबर को पिताजी का निधन हुआ । उसके बाद ही चुनाव आ गया था। वो काफी मुश्किल वक्त था। चुनाव के दौरान जनता ने उन्हे बढ़िया समर्थन दिया, 25 लाख वोट मिले।

चुनाव के समय से ही अलग थे चाचा : चिराग पासवान ने कहा कि हमारी पार्टी जदयू की वजह से एनडीए से अलग हुई थी। मेरा भरोसा नीतीश कुमार की नीतियों पर नहीं था, इसलिये मैने किसी के सामने नहीं झुका और अकेले चुनाव में गया। उस समय भी कुछ लोग संघर्ष के पथ पर नहीं उन्होंने अपना रास्ता अलग रखा। चाचा पशुपति पारस भी चुनाव प्रचार में कोई भूमिका नहीं निभाई थी। चिराग पासवान ने भावुकता के साथ कहा होली में कोई परिवार साथ नहीं था, उन्होंन चाचा पशुपति पारस को चिट्टी लिखकर साथ रहने की अपील की थी।

चाचा की ओर से लगाई गई आरोपों पर जवाब: चिराग पासवान ने चाचा पशुपति पारस के गुट की ओर से लगाई गई हर आरोप का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अगर किसी को फैसले पर दिक्कत थी तो बात करने की जरुरत थी। चुनाव के 6 महीन बाद विरोध जताने का कोई मतलब नहीं है। साथ ही चिराग पासवान ने कहा कि चाचा पशुपति पारस के पास किसी तरह की कोई बैठक बुलाने का अधिकार नहीं है। पार्टी के संविधान के अनुसार सिर्फ संसदीय दल और खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष ही संसदीय दल के नेता को चुना सकता है, अगर चाचा कहते तो उन्हें संसदीय दल का नेता बना दिया जाता।

संविधान के अनुसार मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष : अगर राष्ट्रीय अध्यक्ष की बात है तो संविधान के अनुसार अभी भी मैं ही राष्ट्रीय अध्यक्ष हूं। चिराग पासवान ने बोला अगर चाचा कहते तो उन्हे संसदीय दल का नेता भी बना देते। चिराग पासवान ने प्रिंस राज पर लगे यौण शोषण के आरोपों पर कहा कि उन्होंने दोनों के पक्ष को सुना था और पुलिस के पास जाने की सलाह दी थी।

 

 

 

 

 

 

 

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