चिराग पासवान ने गांधी मैदान से भरी हुंकार: कहा- ‘अबकी बार बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’, राजद पर जमकर किया हमला

Jyoti Sinha

गया, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने शुक्रवार को गया के ऐतिहासिक गांधी मैदान से अगामी विधानसभा चुनाव की हुंकार भर दी। मंच पर पहुंचते ही चिराग ने राजद को आड़े हाथों लिया। करीब आधे घंटे के भाषण में उन्होंने नीतीश कुमार से लेकर तेजस्वी यादव तक सभी पर सधे अंदाज में तीखे तंज कसे।

चिराग ने कहा— देश को आजाद हुए 71 साल हो गए, बाकी राज्य तरक्की कर गए पर बिहार आज भी वहीं पिछड़ेपन में फंसा है। जिम्मेदार कौन है? उन्होंने सीधे-सीधे लालू यादव के 15 सालों का जिक्र किए बगैर कहा कि 1990 का दशक अपहरण, हत्या, डकैती और कब्जे का दौर था। उस अंधेरे को फिर से मत लाने दीजिए।

सभा में मौजूद भारी भीड़ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा— मैं राजनीति करने नहीं, बिहार का नक्शा बदलने आया हूं। हम ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ का सपना लेकर निकले हैं। चुनाव नजदीक है, ये सिर्फ सत्ता का नहीं, बिहार के भविष्य का चुनाव है।

राजनीतिक हमला तेज करते हुए चिराग ने कहा— कुछ लोग माई समीकरण (मुस्लिम-यादव) की बात करते हैं, तो हमारे पास ‘लमाय समीकरण ह ‘M’ मतलब महिलाएं और ‘Y’ मतलब युवा।” उन्होंने कहा कि आरक्षण और संविधान को लेकर डर फैलाया गया था, लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद न आरक्षण खत्म हुआ, न संविधान। “जब तक चिराग पासवान जिंदा है, संविधान और आरक्षण कोई खत्म कोई नहीं कर सकता ।

चिराग ने अपने निजी संघर्षों का भी जिक्र किया। बोले— “पहले पार्टी तोड़ने की साजिश हुई, फिर मेरा घर तोड़ने की कोशिश हुई। लेकिन न मैं टूटा, न झुका और न टूटूंगा।

रोजगार और पलायन को लेकर उन्होंने सरकार पर निशाना साधा। कहा कि लाखों युवा बाहर मजदूरी कर रहे हैं। क्यों नहीं बिहार में उद्योग लगते? क्यों हमारे युवाओं को दिल्ली, पंजाब और मुंबई में पसीना बहाना पड़ता है?

अंत में उन्होंने भीड़ से अपील की— अकेला चिराग कुछ नहीं कर सकता। हर गांव, हर टोले में चिराग बनिए। बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट की सोच को फैलाइए। यही वक्त है बदलाव का! स्पीच चिराग पासवान केंद्रीय मंत्री

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