NEWSPR डेस्क। बिहार विधानसभा चुनाव में कड़ी टक्कर के बाद परिणाम घोषित कर दिया गया हैं। 2020 चुनाव में नीतीश कुमार की अगुवाई वाले एनडीए ने एक बार फिर पूर्णबहुमत के साथ सत्ता में वापसी की है, लेकिन जेडीयू को बड़ा झटका लगा है.चुनावी परिणाम में मुंह की खाने के बाद चिराग पासवान पहली बार मीडिया के सामने आये हैं।
चिराग पासवान ने चुनावी नतीजों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस रखा हैं। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में बताया की मंत्री बनना और सत्ता में बने रहना उनका लक्ष्य होता तो वह गठबंधन में बना रहते पर उन्होंने ऐसा नहीं किया और न ही किसी के सामने घुटने टेके किसी भी परिस्थिति में।
उन्होंने अपने चुनाव में हासिल किए सीट को लेकर कहा की सीटों की संख्या जरूर कम है, लेकिन जनाधार बढ़ा है और अकेले 6 फीसदी वोट पाना बड़ी बात है।आगे उन्होंने कहा, “काफी कठिन समय मेंने इस चुनाव का नेतृत्व किया है। पिता की मौत के बाद परिस्थितियाँ काफी मुश्किल रही हैं और मुखाग्नि देने वाला लड़का घर से बाहर नहीं निकलता मगर फिर भी मैंने घर में समय ना बीता कर चुनाव प्रचार का काम किया। उन्होंने आगे कहा की उन्होंने बहुत ही विपरीत परिस्तितियों में चुनाव लड़ा है और उन्हें अपने सभी प्रत्यासियो पर गर्व है की उन्होंने इस मुश्किल घड़ी में उनका साथ दिया।
NDA की जीत पर चिराग पासवान ने कहा की भारतीय जनता पार्टी ने साबित किया है कि बिहार में उनके विकास के नाम पर वोट मिली है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस जीत के हकदार है. इसके अलावा अकेले लोजपा के बारे में उन्होंने कहा की लड़ कर लोजपा ने अकेले लड़ कर 2500000 वोट अपने हक में किया और अपने ऊपर उठते सवाल और सोच को भी खत्म किया की वह चुनाव अकेले नही लड़ सकते।
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मेरा उनके व्यक्तिगत कोई लड़ाई नहीं। ये हमारी हार नही है ये जीत है हमारा वोट प्रतिशत बढ़ा है और मैं जनाधार का सम्मान करता हूं। उन्होंने आगे कहा की अगर सरकार के द्वारा जनता के विकास के लिए काम में कमी की गई तो मैं उस पर सवाल उठाता हूं और उठाता रहूंगा।
मतगणना के दौरान EVM में गरबरी की बात पर उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा की जो हार गए तो ये बात कर रहे है मगर जीत जाते तो ये बात नही होता। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री मंडल में खुद को शामिल करने की बात को जल्दी बाजी बताया। उन्होंने कहा की मैने संगर्ष का रास्ता चुना है, लालच होता तो बिहार में सवाल नही उठाता।