मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को मौर्यलोक परिसर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के अंतर्गत राज्यभर में विकास कार्यों की सौगात दी। इस मौके पर उन्होंने 769.63 करोड़ रुपये की लागत से 33 जिलों में करीब 1300 योजनाओं का शिलापट्ट अनावरण और शिलान्यास किया।
इसी क्रम में उन्होंने पटना नगर निगम क्षेत्र के विभिन्न रास्तों के पुनर्निर्माण और पुनर्स्थापन कार्यों के लिए 124.44 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास किया। साथ ही ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए 69.97 करोड़ रुपये की लागत से 6 नए यांत्रिकृत कचरा ट्रांसफर स्टेशन की नींव रखी।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने 15 करोड़ रुपये की लागत से पटना स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत मौर्यलोक परिसर में विकसित नई सुविधाओं का उद्घाटन भी किया। उन्होंने नवनिर्मित मौर्य मंडपम का अवलोकन किया और 22 नगर प्रबंधकों को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस अवसर पर नीतू कुमारी, वर्षा कुमारी, निशां परवीन, रितेश कुमार और आशीष रंजन को प्रतीकात्मक तौर पर नियुक्ति पत्र दिए गए।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने समग्र शहरी विकास योजना पर आधारित पुस्तिका का विमोचन किया और स्वच्छता सेवा अभियान के तहत स्वच्छता एक्सप्रेस वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में स्वच्छताकर्मी सुलेखा देवी, मालती देवी, श्रवण कुमार, अजय पासवान और सविता देवी को सम्मानित भी किया गया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि नगर विकास एवं आवास विभाग की कई महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत हुई है और इन कार्यों को तेजी और गुणवत्ता के साथ पूरा करने की जरूरत है।
इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, सांसद रविशंकर प्रसाद, विधायक संजीव चौरसिया, पटना नगर निगम की उपमहापौर रेशमी चंद्रवंशी सहित कई जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। वहीं, नवनियुक्त नगर प्रबंधक और स्वच्छताकर्मी भी इस आयोजन का हिस्सा बने।