NEWSPR डेस्क। मोतिहारी के इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों पर हुए एफआईआर के विरोध ने जाप के छात्र जिलाध्यक्ष आकाश कुमार के नेतृत्व में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया। जानकारी के मुताबिक कॉलेज के प्रिंसिपल द्वारा एफआईआर, रेल पुलिस द्वारा आदापुर के जाप नेता जितेंद्र गुप्ता की गिरफ्तारी के विरोध में शहर के गाँधी चौक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन कर छात्रों के ऊपर दर्ज एफआईआर को वापस लेने और आदापुर के जाप नेता को रिहा करने की मांग की।
जन अधिकार पार्टी के छात्र जिलाध्यक्ष आकाश कुमार सिंह ने कहा कि अपने साथी छात्र की मौत से आहत इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों द्वारा न्याय की मांग करने पर पहले प्रशासन द्वारा उनके संघर्ष को लाठी और जेल भेजकर दबाने का प्रयास किया गया। जाप के छात्र जिलाध्यक्ष आकाश कुमार सिंह ने कहा कि उक्त मामले को लेकर पूर्व में ही छात्रों पर जिला प्रशासन द्वारा एफआईआर कर छह छात्रों को जेल भेजा जा चुका है।
जाप के छात्र जिलाध्यक्ष सिंह ने कहा कि कॉलेज के प्रिंसिपल से छात्रों द्वारा लगातार बस बढ़ाने की मांग की जा रही थी लेकिन प्रिंसिपल ने छात्रों की बातों को नहीं सुना। जिसकी वजह से छात्र अभिषेक रंजन की मौत हो गयी। जब छात्र कॉलेज के प्रिंसिपल को हटाने की मांग कर रहे थे, तो प्रिंसिपल अपनी नाकामी को छुपाने के लिए 5 दिनों बाद छात्रों पर झूठा मुकदमा कर दिया। जो बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
जन अधिकार पार्टी के छात्र जिलाध्यक्ष आकाश कुमार सिंह ने कहा कि विगत 10 जनवरी को जन अधिकार पार्टी द्वारा आहूत राज्यव्यापी रेल रोको आंदोलन को आदापुर में करने के लिए रेल पुलिस द्वारा एक माह से ज्यादा समय बीत जाने के बाद किसी व्यक्ति के दबाव में आकर जाप नेताओं की गिरफ्तारी कर रही है, जो निंदनीय है और आदापुर के जाप नेता जितेंद्र गुप्ता को रेल पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
जन अधिकार पार्टी के छात्र जिलाध्यक्ष आकाश कुमार सिंह ने कहा कि सरकार इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों पर दर्ज दोनों एफआईआर को वापस लें और कॉलेज के प्रिंसिपल हटाये तथा आदापुर के गिरफ्तार जाप नेता जितेंद्र गुप्ता को रिहा करें। अन्यथा जन अधिकार पार्टी चरणबद्ध आंदोलन को बाध्य होगी। पुतला दहन में छात्र जिला उपाध्यक्ष पुन्नू सिंह, निशान्त गुप्ता, आकाश कुमार, प्रशांत कुमार, अनीस कुमार, सोनू कुमार ,निर्लय, चंदन कुमार,अखलेश कुमार आदि थे।
मोतिहारी से धर्मेंद्र की रिपोर्ट