NEWSPR डेस्क। अरवल में रविवार को जहरीली शराब से हुई मौतों के खिलाफ राज्यव्यापी प्रतिवाद के तहत नीतीश सरकार का पुतला दहन किया गया। इस दौरान भाकपा माले ने जहरीली शराब जनसंहार के जिम्मेवार मद्द निषेध मंत्री को बर्खास्त किए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि शराब माफिया–राजनेता–प्रशासन गंठजोड़ पर कार्रवाई की जाए। माले कार्यालय से जुलूस निकाला गया जो विभिन्न मार्गों से होते हुए प्रखंड परिसर में नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया।
कार्यक्रम का नेतृत्व भाकपा माले जिला सचिव जितेंद्र यादव, विधायक महानन्द, रामकुमार सिन्हा, त्रिभुवन शर्मा, उपेंद्र पासवान, सुएब आलम, विजय यादव, विजय पासवान समेत दर्जनों नेताओं ने किया। वहीं माले ने कहा कि मृतक परिजनों को 20 लाख का मुआवजा देने की भी गारंटी दी जाए। पार्टी ने कहा कि जहरीली शराब से दलित-गरीबों की मौत राज्य में एक सामान्य घटना बन गई है।
हमारी पार्टी भाकपा माले सरकार को बारंबार कहा है कि राजनेता-प्रशासन व शराब माफिया गठजोड़ के सरंक्षण में यह जहरीली शराब बनाया जा रहा है, लेकिन सरकार ने इस सच से मुंह छुपाया है और यही वजह है कि दीवाली के दिन गोपालगंज व चंपारण में अब तक लगभग 35 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें अधिकांश गरीब समुदाय के लोग हैं इसलिए इसकी पूरी जवाबदेही सरकार की बनती है।
नीतीश कुमार से आज कार्यक्रम के जरिए मांग करते हैं कि मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार को तत्काल बर्खास्त किया जाए और जहरीली शराब से मरने वाले लोगों के परिजनों को 20 लाख का मुआवजा दिया जाए। इसके लिए सरकार अपनी नीतियों में बदलाव करे।
अरवल से आजाद खान की रिपोर्ट