बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार सुबह बाढ़ प्रभावित भागलपुर जिले का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। उनका मुख्य ध्यान इस्माईलपुर-बिंदटोली तटबंध के पास गंगा के कटाव से पैदा हुए खतरे का जायजा लेने पर होगा। सीएम हवाई सर्वेक्षण के दौरान सबौर के मसाढ़ू, ममलखा और आसपास के क्षेत्रों की स्थिति भी देखेंगे।कार्यक्रम के अनुसार, सीएम सुबह 11:30 बजे राजकीय हेलीकॉप्टर से हवाई अड्डा मैदान पर पहुंचेंगे और दोपहर 12 बजे अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे।
इसके बाद वे पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर स्थित राहत शिविर में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर सकते हैं। मंगलवार को प्रमंडलीय आयुक्त हिमांशु कुमार राय और डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने स्थल निरीक्षण किया और डीएम ने नाव से कटाव स्थल का भी मुआयना किया।इस बीच, मंगलवार को गंगा के जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई — भागलपुर में 9 सेमी और कहलगांव में 8 सेमी कमी आई। अनुमान है कि बुधवार को जलस्तर क्रमशः 25 सेमी और 32 सेमी और घटेगा।
इस्माईलपुर-बिंदटोली तटबंध पर स्पर संख्या 8 और 9 के बीच क्षतिग्रस्त 260 मीटर हिस्से की मरम्मत तेज़ी से हो रही है। मुख्य अभियंता अनवर जमील के अनुसार, फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। फरक्का बैराज के सभी 101 फाटक खोल दिए गए हैं, जिससे जलस्तर में कमी आनी शुरू हो गई है। बारिश थमने से पानी घटने की रफ्तार भी बढ़ी है।हालांकि, दीघा घाट (पटना) से लेकर फरक्का (प. बंगाल) तक गंगा का जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से ऊपर है। केंद्रीय जल आयोग का अनुमान है कि अगले दो-तीन दिनों में स्थिति सामान्य हो सकती है। पीरपैंती में बुधवार को डाउन स्ट्रीम का दबाव रहने की संभावना है, जबकि फरक्का में मंगलवार को 5 सेमी बढ़ने के बाद बुधवार से जलस्तर घटने लगेगा। पानी उतरने से बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों ने फिलहाल राहत की सांस ली है।