NEWSPR DESK– सीएम नीतीश कुमार का तुगलकी फरमान विरोध प्रदर्शन सड़क जाम या ऐसे किसी अन्य मामले में हंगामा हुआ और विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होती है तो प्रदर्शन में शामिल व्यक्तियों को ना नौकरी मिलेगी और ना ठेका.
आपको बता दें कि ऐसे मामलों में प्राथमिकी दर्ज होती है और किसी व्यक्ति के खिलाफ आरोप पत्र समर्पित हुआ तो उनके पुलिस वेरीफिकेशन रिपोर्ट में इसका स्पष्ट उल्लेख होगा और चार्जशीटेड होने पर इन व्यक्तियों को न तो सरकारी नौकरी मिलेगी और ना ही कोई ठेका ले सकेंगे.
बीजेपी द्वारा जारी आदेश के मुताबिक विधि व्यवस्था की स्थिति विरोध प्रदर्शन सड़क जाम जैसे मामलों में कोई व्यक्ति शामिल रहता है और उनके खिलाफ पुलिस चार्जशीट दाखिल होती है तो उनकी मुश्किलें बढ़ जाएगी ऐसे व्यक्ति के पुलिस वेरीफिकेशन रिपोर्ट में इसका स्पष्ट रूप से उल्लेख किया जाएगा ऐसे होने पर उसे सरकारी नौकरी और ठेका नहीं मिलेगा वेरिफिकेशन में संज्ञान भी लिया जा सकता है.