NEWSPR डेस्क। पटना बिहार में पिछले कुछ महीनों में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए छापेमारी में बढ़ोतरी हुई है। अब इसी कड़ी में एक नया मामला राजधानी पटना के कंकरबाग इलाके से निकल कर सामने आया है। दरअसल, पटना में सरकार के नाक के नीचे एक सीओ (अंचलाधिकारी) के दलाली के अड्डे का पर्दाफाश हुआ है। कंकड़बाग के एक निजी मकान में संपतचक के सीओ अपना गुप्त कार्यालय संचालित करते थे।
जिसके बाद इस बात की सुचना पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह को मिला। जिसके बाद उनके निर्देश पर पटना सदर एसडीओ ने सीओ के अड्डे पर छापेमारी कर मकान से कई सरकारी दस्तावेज के साथ-साथ कंप्यूटर और लैपटॉप आदि जब्त किये। जिसके बाद इस मामले में पत्रकारनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इस दौरान मौके से एक दलाल को गिरफ्तार किया गया है। दो अन्य सरकारी कर्मचारी से भी इस मामले पूछताछ चल रही है।
बताया जा रहा है कि रात नौ बजे एक व्यक्ति ने जिलाधिकारी को दूरभाष पर सूचना दी गई थी कि संपतचक के अंचल अधिकारी नन्द किशोर प्रसाद निराला कंकड़बाग में पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के ऑरेंज होटल के बगल के एक मकान में अवैध ढंग से अपना कार्यालय खोले हुए हैं। जिसके बाद जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सदर श्रीकांत कुंडलिक खंडेकर को आरोपों की जांच के लिए पत्रकार नगर थाना को साथ लेकर स्पॉट पर भेजा। एसडीएम जब मौके पर पहुंचे तो सबकुछ देखकर हैरान हो गए। वहां राजस्व कार्यालय की तर्ज पर गुप्त ऑफिस चलाया जा रहा था। मौके पर दलाल भी मौजूद थे जिनसे सरकारी सूचनाएं शेयर की जा रही थीं।
इस छापेमारी में मनोज कुमार नाम का एक दलाल पकड़ा गया। उसके पास से एक मोबाइल मिला, जिसमें अंचलाधिकारी, राजस्व कर्मचारी एवं अन्य के साथ राजस्व संबंधी दस्तावेजों एवं संदिग्ध सूचनाओं का व्हाट्सएप के माध्यम से आदान-प्रदान का पता चला। फिलहाल पूरे मामले की गहन छानबीन चल रही है।