खान सर के समर्थन में उतरे कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव, फेसबुक पर वीडियो डाल कही ये बात

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। पटना के खान सर के समर्थन में अब राजू श्रीवास्तव भी आ गए हैं। कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव ने अपने कॉमेडी अंदाज में रेलवे परीक्षा का हाल जाहिर किया। वहीं बच्चों के लिए सहानुभूति दिखाते हुए उन्होंने खान सर को भी बेचारा बताया है। उन्होंने कहा कि खान सर अपना काम कर रहे हैं, वह तो एक टीचर हैं, वे क्या भड़काएंगे किसी को। चुटकीले अंदाज में राजू श्रीवास्तव ने रेलवे की व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए बच्चों के हित में बात की है।

फेसबुक पर वीडियो पोस्ट कर राजू श्रीवास्तव ने कहा कि जगह खाली होती है, लेकिन भर्ती नहीं निकाली जाती है। कोई पद खाली होता है तो संबंधित की फाइल बगल वाले को दे दी जाती है। कभी भर्ती निकलती भी है, लेकिन बाद में कैंसिल हो जाती है। कभी तो एग्जाम दे आए और बाद में पता चलता है कि पेपर ही लीक हो गया। ऐसे परिस्थिति में कहा जाता है, फिर से एग्जाम दो। कहा जाता है कि फिर से लेटर आएगा, इंतजार करते रहते हैं। कभी- कभी तो एग्जाम हो जाता है लेकिन रिजल्ट ही नहीं आता है। ऐसे में अब बैठकर रिजल्ट का इंतजार करते रहते हैं। दो-दो साल तक रिजल्ट नहीं आता। ऐसे में जो बेरोजगार बच्चे हैं वह कितना धैर्य रखेंगे। कब तक इनके संयम की परीक्षा ली जाएगी।

 सरकारों का बहाना नहीं चलेगा
राजू श्रीवास्तव ने कहा कि अब इन सरकारों का बहाना नहीं चलेगा। बरगलाना नहीं चलेगा। अब इनको जवाब देना पड़ेगा। रोजगार तो देना पड़ेगा। चाहे राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार हो, इन बेरोजगारों को रोजगार दो। वह परेशान होकर उब चुके हैं, थक चुके हैं। कभी-कभी इनके पास तीन दिन पहले एडमिट कार्ड आता है,  तो अब बच्चों के पास न रिजर्वेशन है न ट्रेन में जगह। छात्रों को हर जगह परेशान होना पड़ता है। रेलवे के अफसरों सोचो तुमको कैसे नौकरी मिली, अब नौकरी मिल गई तो एंजॉय कर रहे हो। अपनी तरह दूसरों की भी सोचो। वह भी तुम्हारी तरह ही लगना चाहते हैं।

पटना में दंगे को लेकर कहा सूझ-बूझ से काम लेना होगा
पटना में तोड़फोड़ हुआ, ट्रेन में आग लगा दी पूरी बोगी जल गई। रेलवे ने नोटिस भेजा कहा आप लोग जिस विभाग में काम करना चाहते है, उसी विभाग में नुकसान पहुंचा रहे हैं। आपको आजन्म रेलवे में नौकरी नहीं दी जाएगी। इससे बच्चे और भड़क गए। वहीं से ही सब दंगा भड़का है। राजू श्रीवास्तव ने कहा ऐसे समय में बहुत दिमाग से सूझबूझ से काम लेना होगा। ये बच्चे भी तो अपने ही हैं, ये श्रीलंका से नहीं आए हैं। सेंटर दूर होने से भी बच्चों को परेशानी होती हैं। खान सर तो अपना काम कर रहे हैं। वह शिक्षक हैं, वह क्या किसी को भड़काएंगे। राजू ने परीक्षा के सिस्टम की खामी बताते हुए सुधार की मांग भी कर दी।

 

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