लोहरदगा: पिछले कुछ दिनों में जिस प्रकार से पेट्रोल डीजल के दाम बढ़े हैं, अभी तक के इतिहास में पेट्रोल, डीजल के मूल्य में ऐसी बढ़ोतरी नहीं हुई। आज डीजल का मूल्य पेट्रोल से भी ज्यादा हो गया है। पेट्रोलियम पदार्थों में बढ़ोत्तरी से आम आदमी का गुस्सा केंद्र सरकार के प्रति बढ़ रहा है। कोरोना संकट में रोजगार ठप होने के कारण लोगों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। पिछले एक सप्ताह के दौरान पेट्रोल-डीजल के दामों में हुई बढ़ोतरी ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। पेट्रोल-डीजल के मूल्य बढ़ने से महंगाई बढ़ेगी और आम जनता पर बोझ पड़ेगा। यह केंद्र सरकार सिर्फ अडानी और अम्बानी की सरकार है।
उक्त बातें राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू ने शनिवार को कही। साहू लोहरदगा समाहरणालय के समक्ष धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे। समाहरणालय के समक्ष प्रखण्ड कांग्रेस कमिटी के तत्वावधान में पेट्रोल-डीजल के मूल्य में अप्रत्याशित वृद्धि के विरोध में एक दिवसीय धरना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता लोहरदगा प्रखण्ड अध्यक्ष ठाकुर प्रसाद साहू ने किया
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्थानीय विधायक सह मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि देश की लाइफ़ लाइन कहे जाने वाले रेलवे के बाद अब कोयला क्षेत्र को सरकार ने पूरी तरह से निजी कंपनियों के हवाले करने का फ़ैसला किया है। जिसका प्रतिकूल असर सीधे राष्ट्र के राजस्व पर ही पड़ेगा। वर्तमान मोदी सरकार का यह फैसला राष्ट्र और मज़दूर विरोधी है। हम सबको इसका विरोध किया जाना चाहिए।
उरांव ने कहा कि एक समय ऐसा था जब केंद्र की सरकार ने राष्ट्र हित में कोयला क्षेत्र को निजी कंपनियों से छीनकर इस उद्योग और राजस्व पर राष्ट्र का नियंत्रण क़ायम किया था। लेकिन वर्तमान सरकार उसे समाप्त कर फिर से निजी कंपनियों को सौंप रही है। इससे कोल इंडिया द्वारा राष्ट्र को दिया जाने वाला प्रतिवर्ष हज़ारों करोड़ रुपयों का लाभांश राजस्व भी कमज़ोर होगा। 2014 में सत्तारूढ़ हुई इस सरकार ने पहले भी पूरे देश को खुलेआम झांसा देकर कोयला सेक्टर का 29.65% शेयर बेच दिया था और अब पूरा कोयला क्षेत्र ही बेचने जा रही है। निसंदेह रेलवे, रक्षा, बैंक और हवाई प्राधिकरण क्षेत्र के मज़दूरों-कर्मचारियों के बाद अब देश के कोयला मज़दूरों का वर्तमान सरकार की कंपनीपरस्त व मज़दूर विरोधी नीतियों ख़िलाफ़ वर्तमान केंद्र सरकार मोदी सरकार हो गयी है। इसे आम जनमानस के विकास से कोई लेना देना नहीं है। यह सिर्फ अडानी अम्बानी की सरकार बन कर रह गयी है।
सभा को झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के पूर्व महासचिव डॉ अजय शाहदेव, सभी प्रखण्ड अध्यक्ष के अलावे सूखैर भगत, सन्नी टोप्पो, सत्यदेव भगत ने भी संबोधित किया। मंच का संचालन जगदीप भगत ने तथा धन्यवाद ज्ञापन जिलाध्यक्ष शाबिर खान ने किया। धरना प्रदर्शन के पश्चात डॉ अजय शाहदेव, निशिथ जायसवाल, हाजी शकील अहमद एवं प्रखण्ड अध्यक्ष क्रमश: अनीश खान, नंदू शुक्ल, हाजी सदरुल, रविन्द्र सिंह एवं सामूल अंसारी द्वारा राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा गया।
धरना प्रदर्शन में राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू, विधायक सह मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव के साथ, प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे, लाल किशोर, डॉ राजेश गुप्ता, डॉ अजय शाहदेव, जिलाध्यक्ष शाबिर खान, निशिथ जायसवाल, हाजी शकील अहमद, अख्तर अंसारी, दीपक महतो, प्रभात भगत, संतोष महतो, जिला प्रवक्ता रामाधार पाठक, हरिदास उरांव, दीपक ठाकुर, परवेज सिद्दकी, चंद्रशेखर भगत, कमल केशरी, लालमोहन केशरी, मो खलील, वकील खान, नूर मोहम्मद, इकबाल खान, फहाद खान, रेहान अख्तर, बैजू उरांव समेत कई कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।