NEWSPR डेस्क। पटना कोरोना की तीसरी लहर के आने की संभावना को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकार अभी से मुस्तैद नजर आ रही है. तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने का खतरा देखते हुए सरकार ने इससे बचाव के उपाय तलाशने शुरू कर दिए हैं. इसी क्रम में आज से बच्चों पर कोरोना वैक्सीन की ट्रायल की शुरुआत की गई है. पटना एम्स में 2 से 18 साल तक के बच्चों पर कोवैक्सीन की ट्रायल की जाएगी.
बता दें कि पहले की ही तरह ट्रायल को तीन फेज में सम्पन्न किया जाएगा. बिहार में फर्स्ट फेज में 80 बच्चों पर वैक्सीन का ट्रायल होगा. जबकि थर्ड फेज में 550 बच्चों का लक्ष्य रखा गया है. ट्रायल में आनेवाले सभी बच्चों की आरटीपीसीआर और एंटीबॉडी जांच की जाएगी. मिली जानकारी अनुसार वैसे बच्चों को इस प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाएगा, जो कोरोना संक्रमित होकर ठीक हो चुके हैं और उनमें एंटीबॉडी विकसित हो चुकी है. वैक्सीन ट्रायल में शामिल होने वाले बच्चों को 700 रुपये प्रोत्साहन राशि और प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा.
गौरतलब है कि बिहार में फिलहाल कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक लग गया है. बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के कुल 2,568 नए मामले सामने आए है. यह लॉकडाउन लगाए जाने के बाद अब तक का सबसे कम मामला है.
एक महीना पहले यानी 27 अप्रैल को बिहार में 12,604 नए संक्रमण के मामले सामने आए थे. लॉकडाउन की वजह से एक महीने में नए मरीजों में दस हजार केस का अंतर दिख रहा है. गुरुवार की शाम स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार बीते 24 घंटे में बिहार में 5,015 लोग कोरोना वायरस से जंग जीत चुके हैं. अब एक्टिव मरीजों की संख्या सिर्फ 28,447 है. बिहार में एक्टिव केस की संख्या में लगातार गिरावट देखी जा रही है.