बिहार के बाहुबली होंगे दिल्ली में दफन ।

Rajan Singh

बिहार के गैंगस्टर नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन का शनिवार 1 मई को कोरोना से निधन हो गया। वे 21 अप्रैल से दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती थे और उनकी हालत गंभीर थी। कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए, उन्हें दिल्ली से सिवान नहीं लाया जाएगा। उनका परिवार इस समय दिल्ली में ही है और उन्हें वहीं दफनाया जाएगा। 2 मई को दिल्ली के शाहीन बाग में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

शहाबुद्दीन की मौत की खबरें तो शुक्रवार रात से ही आ रही थीं, पर उनके परिवार वालों ने इसे गलत ठहराया था। शनिवार सुबह जेल प्रशासन ने भी आधिकारिक घोषणा नहीं की थी। पर शनिवार शाम तक ये बात पक्की हो गयी की शहाबुद्दीन इस दुनिया में अब नहीं रहे।
शहाबुद्दीन के बेटे ने जेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा है की प्रशासन ने उन्हें दो बार अपने पिता से बात करने तक का मौका नहीं दिया। इसी बात के साथ शहाबुद्दीन के बेटे ने पोस्टमार्टम की मांग की, जिसको मजिस्ट्रेट ने स्वीकृति दे दी। मजिस्ट्रेट ने आदेश दिया है की पोस्टमार्टम कराया जाए और उसके बाद ही उनका अंतिम संस्कार किया जाए। पोस्टमार्टम के जरिए परिवार इस बात की तह तक पहुँचना चाहता है कि कहीं शहाबुद्दीन की मौत किसी और कारण से तो नहीं हुई।

शहाबुद्दीन के समर्थकों में बहुत निराशा है और साथ ही उन्हें यह दुख भी है कि वे शहाबुद्दीन की आख़िरी विदाई में शामिल नहीं हो पाएंगे। शहाबुद्दीन के ज्यादातर समर्थक सिवान में हैं। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने उनके निधन पर सोशल मीडिया पर लिखा है- शहाबुद्दीन के निधन की खबर सुन मर्माहत हूं। ये मेरे लिए निजी क्षति है। मैं और राबड़ी देवी ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि ईश्वर मरहूम को जन्नत में मकाम दें और इस दुख की घड़ी में हीना शहाब को सब्र और हिम्मत दें।

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