इंदिरा आवास बनाने के नाम पर करोड़ों की ठगी, पटना हाईकोर्ट में पीआईएल हुआ दाखिल

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By PR Desk

जमई: सबके सर पर छत की परिकल्पना सरकार ने की है। इसको लेकर काम भी हुए हैं और चल भी रहे हैं लेकिन इस बीच गरीबों,मजदरों और असहायों को आवास का सपना दिखा कर कुछ लोग उनकी भावनाओं से खेल रहे हैं। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि इस खेल में कुछ अधिकारी कुछ एनजीओ व स्थानीय स्तर के नेताओं की मिली भगत है।

दरअसल ये मामला जमुई जिला के सोनो प्रखंड अंतर्गत पंचायत पैरामटीहाना का है। यहां डॉ.बी.आर.अंबेडकर समिति के नाम से एक एनडीओ चल रहा है। इस समिति के अध्यक्ष शम्भू दास है। इसने गरीबों के बीच यह मैसेज पास करवाया कि संस्था आपलोगों के लिए तीन लाख पचास हजार रुपये का मकान बनवाएगी इस नाम पर संस्था ने गरीबों से जमीन,गाय,बैल बेचवाकर 10,000 हजार से लेकर 20,000 हजार रुपये तक ठग लिए।

इस पूरे खेल में 1 करोड़ बीस लाख की ठगी की खबर है। आपको बतादें कि गरीबों का तो मकान नहीं बना हां उनकी जमा पूंजी भी लूट गई। अब गरीब अपना आवेदन लेकर ऑफिस-ऑफिस चक्कर लगा रहे हैं। अब आप ये भी जान लीजिए कि किस तरह इस खेल में शंभू दास,जयकुमार,उमेश दास,अशोक दास और कुछ रसूखदारों ने इंदिरा आवास और टोला सेवक में नौकरी दिलाने के नाम पर ग्रामीणों को ठगा।

जमुई ही नहीं बांका के मेन टाउन,जमुई के बलियों,सोनो,भागलपुर में भरतपुर रविदास टोला में फर्जी तरीके से ऑफिस खोलकर भी वहां से पैसे की उगाही की गई। इन जगहों पर सक्रिय लोगों में राजेन्द्र दास,बल्थर,कृष्णनंदन भारती,बालियों,जमुई, पंकज दास गिधौर गावं झिनगोई,मुकेश चंद्र मुकेश, गिधौर का रहने वाला है। सबसे बड़ी बात ये है कि गरीब बेचारे ग्रामीण आज की तारीख में जुमई जिलाधिकारी से लेकर पुलिस उपमहानिरीक्षक,मुंगेर, डीजीपी बिहार और मानावधिकारी आयोग तक अर्जी लगा चुके हैं लेकिन अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई। थक हार कर ग्रामीणों ने अपने सभी कागजात के साथ न्यूज पीआर से संपर्क साधा है। न्यूज पीआर ने अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए इस खबर को प्रमुखता से जगह दी है और सरकार से अपील भी करता है कि गरीब और निसहाय लोगों के साथ इंसाफ की जाए। आपको बतादें कि इस पूरे मामले में पटना हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल हो गया है।

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