CRPF के SI ने जॉब के नाम पर किया फ्रॉड, पीड़ित से लिए चार लाख रुपए, जॉब के नाम पर कभी असम तो कभी मोकामा बुलाता रहा..अब वापस नहीं कर रहा पैसे

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। खबर भोजपुर से है। जहां CRPF में कार्यरत एक SI पर जॉब दिलवाने के नाम पर लाखों रुपए लेकर फ्रॉड करने का आरोप लगा है। पूरा मामला कोईलवर का है। जहां की CRPF 47 बटालियन में SI के पद पर पोस्टेड कृष्णा कुमार ने पीड़ित रामइकबाल और उनके बेटे भूषण कुमार को CRPF 4th ग्रेड में नौकरी दिलाने के नाम पर चार लाख रुपए की ठगी की है। करीब डेढ़ सालों में उसने पीड़ित से चार लाख रुपए वसूले हैं। इस मामले को लेकर भूषण के चाचा जो  कि BSSC अभियर्थी हैं। उन्होंने बताया कि डेढ़ साल पहले कोईलवर में ही इनके बड़े भाई रामइकबाल चौधरी और उनके भतीजे से कृष्णा कुमार की जान-पहचान हुई थी। जो खुद को CRPF में SI बताता है।

जॉब के लालच में फंसा परिवार

क्योंकि भतीजा 12वीं पास है। इसलिए कृष्णा कुमार ने उसे जॉब का लालच देकर फंसा लिया। इस लालच में पूरा परिवार फंस गया। दोनों के बीच तालमेल इतनी बढ़ गई कि घर पर हमेशा आने जाने लगे। साथ उठना, खाना पीना और जान पहचान बढ़ गई। पीड़ित चाचा बताते हैं कि पहली बार जॉब के नाम पर पच्चास हजार रुपए मांगे गए। कहा गया कि बाकी के साढ़े तीन लाख जॉब मिलने के बाद देना। पहली बार पैसा मांगने के बाद पिता ने पैसे दे दिए। जिसके बाद वह जॉब का इंतजार करने लगे। वहीं जब उन्होंने जॉब के बारे में पूछा तो SI ने बात टाल दी और कहा कि थोड़ा समय लगेगा। जिसके बाद फिर से एक दिन कृष्णा कुमार का कॉल आया और SI ने तुरंत में ज्वॉइनिंग के नाम पर उनसे डेढ़ लाख और ले लिए लेकिन जॉब का कुछ अता-पता नहीं था। देखते देखते एक साल बीत गए। कृष्णा कुमार ने पिता-बेटे को इस तरह अपनी बातों के जाल में फंसा लिया। कि डेढ़ साल के दर उन्होंने कुल चार लाख रुपए इनको थमा दिए।

बार बार बुलाता रहा असम

वहीं इस दौरान छोटा भाई अपने भाई और भतीजे से बार-बार इस बात का विरोध करता रहा लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। उनका कहना है कि वह मध्यम वर्गीय किसान परिवार से हैं। भाई ने जैसे तैसे लोन लेकर पैसे जुटाए थे। ताकि भतीजे को जॉब मिल जाए और उनकी स्थिति में सुधार हो लेकिन मामला कुछ और ही निकल आया। उनका कहना है कि नौकरी के लिए भतीजे को दो से तीन बार असम भी बुलाया गया। दो बार मोकामा बुलाया गया। कुल मिलाकर कृष्णा कुमार बार बार उनको घुमाता रहा लेकिन जॉब नहीं मिला। वहीं इससे तंग आकर जब उन्होंने उससे अपने पैसे वापस मांगे तब भी वह तरह-तरह के बहाने बना रहा। कभी फोन ऑफ करता, कभी यहां वहां बुलाता, कभी बैंक का लिंक फेल है। समेत कई प्रकार के बहाने बनाकर घुमा रहा। इस चीज से पीड़ित चाचा काफी परेशान हैं। वह अपने पैसे वापस लेने की कोशिश कर रहे। पर उनकी सारी कोशिशें नाकाम हैं।

अब पैसे देने के लिए घुमा रहा

चाचा का कहना है कि भतीजा इंटर पास है। तो फंस गया। धीरे धीरे उसने जॉइनिंग के नाम पर 4 लाख रुपे ठग लिए। जब उनको इस बारे में पता चला तो उन्होंने रोकने की कोशिश की लेकिन बड़ा भाई और भतीजा दोनों उसके झांसे में हैं। वहीं जब ये पूरा मैटर साफ हुआ तब उन्होंने पैसा मांगना शुरू किया। तब से वह पैसा देने का झांसा देता रहा और अब एक साल से ज्य़ादा हो गया लेकिन पैसा वापस नहीं मिला। पीड़ित के पास इस मामले का कॉल रिकॉर्डिंग, दस्तावेज समेत सारी चीजें मौजूद हैं।

पुलिस के पास जाने से डर रहे पीड़ित

बता दें कि पीड़ित चाचा पटना में रहते हैं और BSSC के सफल अभियर्थी हैं इसलिए फिलहाल कानून का सहारा नहीं ले पा रहे कि कहीं उनकी नौकरी पर कोई खतरा न हो जाए। उनका कहना है कि उस आदमी का सारा डिटेल्स उनके पास है। सभी कॉल रिकॉर्ड नौकरी के नाम पर पैसे के लेनदेन के कागज और उसका गाड़ी नंबर भी है। वहीं पैसे के लेनदेन के दौरान SI ने अपना एक बैंक स्टैटमेंट अकाउंट इनको भेजा था जिसमें उनका पूरा नाम कृष्णा कुमार लिखा है। पिता का नाम मोतिलाल शर्मा है। आरोपी वृंदावन आश्रम, छनपट्टिया पश्चिम चंपारण का रहने वाला है।

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