NEWSPR डेस्क। राजधानी पटना के दानापुर में हुए चर्चित नगर उपाध्यक्ष दीपक मेहता हत्याकांड के मुख्य शूटर को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके पास से गोली और पिस्तौल भी बरामद किया है। पुलिस सूत्रों की मानें तो नगर उपाध्यक्ष दीपक मेहता की हत्या के लिए उमेश राय ने मुख्य शूटर नीतीश को 7 लाख रुपए की सुपारी दी थी. बताते चलें कि दानापुर के नगर उपाध्यक्ष दीपक मेहता की हत्या 29 मार्च को दानापुर के नासरीगंज में गोलियों से भून कर कर दी गई थी। हत्या का कारण जमीन में अवैध कब्जा की बात बताई जा रही है।
दानापुर एसपी अभिनव धीमन ने बताया कि दीपक मेहता का विवाद पटना के कुर्जी निवासी उमेश राय से जमीन कब्जा को लेकर चल रही थी। उन्होंने बताया कि दो अलग-अलग जगहों पर 29 एवं 52 कट्ठे की जमीन पर अवैध कब्जा को लेकर दीपक मेहता और उमेश राय के बीच कई महीनों से विवाद चल रहा था। इसी विवाद में उमेश ने अपने मौसेरे भाई नीतीश कुमार को हत्या के लिए सात लाख रुपए की सुपारी दी थी।
पुलिस का यह मानना है कि उमेश का मौसेरा भाई नीतीश एक कुख्यात अपराधी रहा है। पटना के अलावा मसौढी और जहानाबाद के क्षेत्र में भी कई घटनाओं को यह अंजाम दे चुका है। सीसीटीवी कैमरा के आधार पर नीतीश की पहचान पुलिस ने की और सूचना मिलते ही शनिवार को पुलिस ने नीतीश कुमार को दबोच लिया। इससे पूर्व भी पुलिस ने दीपक मेहता हत्याकांड से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। एसपी ने बताया कि उमेश राय ने सुपारी देकर 29 को दीपक मेहता की हत्या के लिए तैयार किया था। नीतीश ने अपने साथी रजनीश एवं अफसर मलिक के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था।