NEWSPR डेस्क। दरभंगा : गौरा बौराम विधानसभा से पूर्व प्रत्याशी राजीव ठाकुर ने किसानों की समस्या को लेकर सरकार पर हमलावर हैं। उन्होंने प्रेस वक्तव्य जारी करते हुए कहा कि आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी किसानों की हालत में कोई बेहतर सुधार नहीं हो पाया है ना तो किसानों को सही मूल्य खाद बीज उपलब्ध हो पाता है और ना ही बाढ़ तथा सुखा रानी से निजात मिल पाता है। सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव के समय किसानों को लेकर बड़ी-बड़ी दावे तो करते हैं लेकिन जैसे ही कुर्सी मिल जाता है वह किसानों की बातों को भूल जाते हैं। अगर सरकार के द्वारा किसानों को कुछ लाभ या भी जाता है तो पदाधिकारी व्यापारी एवं बिचौलिया उनके अधिकार को हड़प जाता है। साथ ही उन्होंने कहा जो भी किसान हित की बात करते हैं उनको प्रताड़ित किया जाता है। ऐसे में सोचने वाली बात है कि किसानों की परेशानी पर किसी का ध्यान नहीं जाता है।
श्री ठाकुर ने आगे कहा कि इसका मूल कारण किसानों की एकता का अभाव है। उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रकवि दिनकर नहीं किसानों की दुख रहा है पर कुछ इस तरह अपना भावना को व्यक्त किया है ‘जेठ हो की पूस हम किसानों को आराम नहीं है, छूटे बैल का संग जीवन में ऐसा याम नहीं है, मुख्य में जीव शक्ति भुज में जीवन मैं सुख का नाम नहीं है बसंत कहां सूखी रोटी भी मिलती दोनों शाम नहीं है’ वही श्री ठाकुर ने आगे कहा कि किसान दिवस के मौके पर हम सभी किसान भाइयों से सागर निवेदन करते हैं कि एकजुट होकर अपने हित के लिए आवाज बुलंद करें।
वर्तमान समय में बिहार सरकार के द्वारा बड़े-बड़े वादे एवं दावे किसानों को लेकर किया जा रहा है लेकिन वास्तविकता सबके सामने हैं ना तो किसानों को सही ढंग से सही मूल्य पर खाद बीज उपलब्ध हो पा रहा है और ना ही खेती से संबंधित अन्य उपकरण किसानों को मिल पा रहे हैं जिससे वह सही ढंग से तकनीकी रूप से खेती कर सकें वर्तमान समय में बिहार सरकार के कृषि विभाग सिर्फ बड़े-बड़े दावा करने में ही मशगूल है जबकि धरातल पर स्थिति इसके बिल्कुल विपरीत है हम बिहार सरकार से यह मांग करते हैं कि किसानों के लिए समुचित व्यवस्था किया जाए ताकि किसानों के माली हालत में बदलाव आ सकें।