बिहार पटना के सरकारी महकमे में रिश्वतखोरी का खेल किस कदर हावी है इसका बड़ा सबूत गुरुवार को राजधानी पटना में ही देखने को मिला. डीएम के आदेश पर जब एसडीएम ने छापेमारी की तो सरकारी दफ्तर के आलमीरे से रिश्वत में लिए गए एक लाख रुपए कैश मिले. मामला दानापुर से जुड़ा है. अनुमंडल स्थित डीसीएलआर (भूमि सुधार उप समाहर्ता) कार्यालय में डीएम के निर्देश पर दानापुर एसडीएम परदीप कुमार ने छापेमारी की. छापेमारी के दौरान डीसीएलआर आई डी महादेवा के कार्यालय सहायक सुजीत कुमार के गोदरेज से एक लाख रुपए कैश जो कि रिश्वत का था बरामद किया गया.
नौबतपुर अंचलाधिकारी के द्वारा म्यूटेशन खारिज के बाद डीसीएलआर को यह केस भेजा गया था और इसके एवज में डीसीएलआर आई डी महादेवा ने एक लाख रुपए का डिमांड किया था. इसकी सूचना जिलाधिकारी को मिली थी. जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने तुरंत एसडीएम दानापुर प्रदीप कुमार को निर्देश दिया और एसडीएम दानापुर ने जब डीसीएलआर के कमरे की तालाशी ली तो कार्यालय सहायक के गोदरेज से रिश्वत के रूप लिए गए एक लाख रुपया बरामद किया.
इस घटना के बाद जिलाधिकारी भी एसडीएम कार्यालय में पहुंच गए और मामले का जांच की तो सारी सत्यता निकल कर सामने आयी साथ ही डीसीएलआर के द्वारा रिश्वत मांगे जाने की बात सामने आयी. जिलाधिकारी ने डीसीएलआर और उनके कार्यालय सहायक पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. इस मामले की डीएम ने पुष्टि करते हुए दानापुर थाने में दोनों पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने की बात कही है. जिलाधिकारी के जाते ही डीसीएलआर कार्यालय से फरार हो गए वहीं कार्यपालक सहायक को पुलिस ने मौके से ही गिरफ्तार कर लिया है.