NEWSPR डेस्क। औरंगाबाद के सदर अस्पताल में करंट की चपेट में आकर एक बंदर की मौत हो गई थी। जिसे अस्पताल कर्मियों ने इलाज के बाद मृत अवस्था में अस्पताल परिसर में लावारिस छोड़ दिया था। बंदर के शरीर को चील कौए ना खाए इसको देखते हुए रक्तदान जन सेवा समिति के सदस्य सुनील कुमार जो कि उस वक्त सदर अस्पताल में मौजूद थे ने युवा समाजसेवी अमित गुप्ता को इसकी जानकारी दी।
जानकारी मिलते ही अमित सदर अस्पताल पहुंचे और बंदर का विधिवत अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया और इसकी सूचना उन्होंने अपने मित्र मंडली को दी। सूचना पाकर अमित के मित्रों ने हनुमान के वंशज मृत बंदर को राम नाम वाली कफ़न ओढ़ाकर स्कूटर पर लादा और अदरी नदी तट ले गए। जहां मिट्टी खोदकर मृत बंदर का विधिवत अंतिम संस्कार किया। अमित की सोच और इस पुनीत कार्य को हर तरफ सराहना हो रही है।
औरंगाबाद से रूपेश की रिपोर्ट