NEWSPR डेस्क। लगता है कि बालू माफिया को बिहार में पुलिस और कानून का कोई डर नहीं है। अगर ऐसा नहीं होता तो ऐसी और घटना सामने नहीं आती। मामला जमुई जिले के टाउन थाना क्षेत्र के छट्ठू धनामा का है। यहां छापेमारी टीम का नेतृत्व कर रहे तीन पुलिसकर्मियों और एक मजिस्ट्रेट पर गुरुवार की शाम को बालू माफिया ने जानलेवा हमला किया। इस हमले में टीम में शामिल मजिस्ट्रेट और पुलिसकर्मी घायल हो गए। बालू माफिया ने स्थानीय लोगों की आड़ लेते हुए हवा में कई राउंड फायरिंग भी की। जमुई के एसपी शौर्य सुमन ने कहा कि अवैध बालू खनन और पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और अवैध बालू ढोने वाले ट्रैक्टरों को जब्त कर लिया गया है।
सूत्रों ने कहा कि अवैध रेत खनन और वाहनों की ओवरलोडिंग की जांच के लिए मजिस्ट्रेट शिवम कुमार मृत्युंजय, उप निरीक्षक श्यामलाल किशोर और कांस्टेबल पंकज कुमार और योगेंद्र हमले में घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया। ये सभी एक टीम बनाकर अवैध बालू खनन की जांच और फिर उसे रोकने के लिए छट्ठू धनामा इलाके में गए थे। इसी दौरान बालू माफिया ने उन पर हमला बोल दिया।
इस केस में अभी तक चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस इलाके में धड़ल्ले से बालू के अवैध खनन का खेल जारी था। अब पुलिस बालू माफिया के उन तमाम गुर्गों को तलाश रही है, जो इस इलाके में सक्रिय हैं। ये बिहार में कोई पहली बार नहीं है जब बालू माफिया ने पुलिस को निशाना बनाया है।