बेउर में बेटी मां की मौत, डर से कोई नहीं आया कंधा देने, परिवार वाले इंतजार करते रह गए एंबुलेंस के, 24 घंटे घर में ही पड़े रहे शव

Sanjeev Shrivastava

NEWSPR DESK- बेउर के हुलास विहार फेज -2 मैं 2 घंटे के अंदर सचिवालय के वित्त विभाग से रिटायर प्रधान लिपिक राजेंद्र प्रसाद की पत्नी चिंतामणि और बेटी वंदना की मौत हो गई 58 साल की चिंतामणि और 38 साल की वंदना की मौत कोरोना से हुई या कोई और वजह थी इसको लेकर सस्पेंस बरकरार है.

कोरोना से मौत होने की आशंका देख 21 घंटे तक दोनों की लाश घर में परी रही राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि दोनों को तीन-चार दिन से सर्दी बुखार लग रहा था लेकिन कोरोना टेस्ट नहीं कराया था बीमार होने के बाद दोनों अलग फ्लोर पर ही रह रही थी इधर एक साथ मां बेटी की मौत होने के बाद हुलास विहार फेस-2 में हड़कंप मच गई है.

हालात या हुई थी दोनों को कंधा देने वाला कोई नहीं था राजेंद्र दोनों की लाश को देखते रहे दानापुर में रहने वाला जवान बेटा भी आया पर वह भी दूर ही रहा

दोनों की लाश को बैठ कर दो दिन निहारते रहे राजेंद्र..

राजेंद्र ने बताया कि 2 दिन से इसी तरह लाश को देखता रहा लेकिन कोई भी सामने तक नहीं आया बीडीओ को फोन करने पर एंबुलेंस को भेजा गया लेकिन किसी तरीके से कोई तैयारियां सरकार की नहीं है.

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