NEWSPR/DESK : केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह रविवार को तीन दिवसीय दौरे पर लेह-लद्घाख के लिए रवाना हो गए। वे सीमा पर सेना की तैयारियों का जायजा लेंगे। दौरे में राजनाथ सिंह सैनिकों से भी मुलाकात कर सकते हैं। मिली जानकारी के मुताबिक रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इससे पहले कारवार और कोच्चि में नौसेना के प्लान और प्रोजेक्ट्स की स्थिति की समीक्षा की थी। ये दौरा काफी अहम होने वाला है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर दी जानकारी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने इस दौरे की जानकारी ट्वीट के जरिए दी। उन्होंने लिखा कि मैं नई दिल्ली से लद्दाख के लिए रवाना हो रहा हूं। अपनी यात्रा के दौरान मैं सीमा पर सैनिकों के साथ मुलाकात करूंगा। सीमा सड़क सगंठन द्वारा निर्मित कई बुनियादी ढांचा परियोजना के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लूंगा। सीमा में सेना द्वारा की गई तैयारियों का जाया लेने की बात भी रक्षामंत्री ने लिखी है। कहा जा रहा है कि सीमावर्ती इलाकों में पुल और सड़क परियोजाओं से लोगों को काफी लाभ होगा। केंद्र से उनकी दूरी कम होगी और ज्यादा जुड़ाव महसूस हो सकेगा।
ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लेंगे रक्षामंत्री
कहा जा रहा है कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह लेह और लद्दाख में वायुसेना की ऑपरेशन तैयारियों की भी समीक्षा करेंगे। इससे पहले भी रक्षामंत्री ने असम और अरूणांचल प्रदेश के समीप बीआरओ द्वारा निर्मित तकरीबन दर्जन भर सड़कों और पुलों का उद्घाटन किया था। राजनाथ सिंह रविवार को लेह-लद्दाख दौरे में सेना की 14वीं कोर के मुख्यालय का दौरान करके स्थानीय कमांडर्स से वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हालात की जानकारी लेंगे। फॉरवर्ड लेन का भी दौरा कर सकते हैं।
चीन और भारत के बीच पूर्वी सीमा पर है तनाव
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बीते वर्ष मई माह से ही पूर्वी सीमा पर वास्तविक नियंत्रण रेखा के कई मोर्चों पर भारत और चीन के बीच तनाव है। तनाव की पराकाष्ठा बीते वर्ष 15 जून को उस समय पहुंच गई थी जब गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प में 20 भारतीय जवानों की मौत हो गई थी। एलएसी के पैंगोंग त्सो झील, गलवान घाटी, डोकलाम दर्रा, तवांग और चिकन नेक दर्रा पर भारत और चीन के बीच वर्षों से विवाद है। इस समय वहां काफी तनाव है।