NEWSPR डेस्क। नालंदा जिले के सोहसराय थाना इलाके में जहरीली शराब से हुई मौत के बाद जिला प्रशासन ने अवैध रूप से रह रहे पहाड़ी क्षेत्र पर लोगों के घर के बाहर नोटिस चिपकाया जमीन मकान संबंधित कागजात पेश करने का अल्टीमेटम दिया था। बता दें कि 15 जनवरी के दिन जहरीली शराब पीने से 12 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद पहाड़ी क्षेत्र पर रह रहे 12 सौ लोगों के घर के बाहर नोटिस देकर 02 फरवरी तक उन्हें जमीन मकान संबंधित कागजात अंचलाधिकारी के कार्यालय में दिखाने की बात कही गई ।
इसी विरोध में आज हजारों की संख्या में माले कार्यकर्ता और मोहल्ले वासी छोटी पहाड़ी से अपना हुजूम माले के बैनर तले पैदल मार्च करते हुए जिला समाहरणालय पहुंचे। पैदल मार्च के दौरान आंदोलनकारियों ने जिला प्रशासन और बिहार सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की । आंदोलनकारियों का कहना है कि जिला प्रशासन के द्वारा उन लोगों का दमन और उत्पीड़न किया जा रहा है। पूरे नालंदा जिले में 3 सालों के बाद इतना बड़ा प्रोटेस्ट देखा जा रहा है।
वहीं इस मामले में सदर एसडीओ कुमार अनुराग ने रैली में आए लोगों को संबोधन करते हुए बताया कि यह नोटिस सिर्फ इसलिए चिपकाया गया है जिससे जो लोग अवैध कार्यों में संलिप्त हैं उनकी पहचान उजागर हो सके। किसी का घर नहीं तोड़ा जाएगा। अगर कोई बहला-फुसलाकर आपको यह बात बता रहा है तो उस पर जरा भी ध्यान ना दें।
नालंदा से ऋषिकेश की रिपोर्ट