कोरोना से लड़ रहे जंग के बीच बिहार में डेंगू का छाया प्रकोप

Sanjeev Shrivastava

डेस्क – पूरी दुनिया कोरोना वायरस से जंग लड़ रही हैं, इसी बीच बिहार की राजधानी पटना में डेंगू का मामला सामने आ रहा हैं। पटना के कंकड़बाग, शास्त्री नगर, मंदिरी, इंद्रपुरी, ट्रांसपोर्ट नगर, महेंद्रू आदि इलाके में डेंगू का प्रकोप बढ़ गया है। वहीं पटेल नगर, रूपसपुर आरपीएस मोड़ से भी डेंगू के मरीज मिलने शुरू हो गए हैं।
यहां तक कि वर्तमान सिविल सर्जन के परिवार के एक सदस्य व पूर्व सिविल सर्जन व क्षेत्रीय अपर स्वास्थ्य निदेशक डॉ. आरके चौधरी के भी डेंगू संक्रमण की चपेट में आने की बात विभाग के कर्मी कह रहे हैं। कई मरीज जांच कराने पीएमसीएच, आईजीआईएमएस और निजी अस्पतालों व लैबों में पहुंचने लगे हैं। बुखार से पीड़ित कई मरीज जब कोरोना के संदेह में अस्पताल जा रहे हैं तो उनको डेंगू निकल रहा है।

आईजीआईएमएस के अधीक्षक डॉक्टर मनीष मंडल ने बताया कि प्रतिदिन कुछ न कुछ डेंगू संक्रमित रोज अस्पताल में अपनी जांच कराने पहुंच रहे हैं। वहीं, पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ. बीपी चौधरी ने बताया कि लोग भर्ती नहीं होकर घर पर ही अपना इलाज कराना चाह रहे हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल में आने वाले मरीजों में कंकड़बाग, मंदिरी, चीना कोठी समेत कई अन्य मोहल्ले के लोग शामिल हो रहे हैं। कई लोग निजी लैब में भी पहुंच रहे हैं। सरल पैथ लैब कंकड़बाग के डॉक्टर कमलेश कुमार ने बताया कि प्रतिदिन तीन-चार लोग जरूर डेंगू के निकल रहे हैं।

इसी बीच सिविल सर्जन डॉ. विभा सिंह ने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए जागरूकता अभियान बहुत जरुरी हैं ताकि लोगो को पता चल सके की डेंगू के बचाओ के लिए क्या क्या जरुरी हैं और सबको ध्यान में रखते हुए जागरूकता अभियान चलाया भी जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि जिन इलाके से डेंगू संक्रमित मिल रहे हैं वहां शहरी क्षेत्र में नगर निगम द्वारा और ग्रामीण क्षेत्र में मलेरिया विभाग द्वारा छिड़काव कराया जा रहा है। साथ ही उन्होंने ये सलाह भी दिया की जिन लोगों की निजी लैब में डेंगू की जांच हो रही है, उनके पॉजिटिव होने पर उन्हें एक बार सरकारी केंद्रों पर जांच करानी चाहिए।

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