NEWSPR डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात के सात साल पूरे होने पर रविवार को विधान परिषद सभागार पटना में “मन की बात” कार्यक्रम का संस्कृत में अनुवाद कर एक ऐप के रूप में लॉन्च किया गया। मन की बात सम्पूर्ण वांग्मय के संस्कृत संस्करण की सर्जक अर्चना राय भट्ट एवं उनके द्वारा विकसित मोबाइल एप को बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रशाद द्वारा लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने मन की बात की एक 81 संस्करणों की प्रदर्शनी का अवलोकन करने के साथ 81 ट्राईकलर गुबारों का गुच्छा आसमान में उड़ाया।
इस दौरान उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के “मन की बात” कार्यक्रम का संस्कृत में अनुवाद कर एक ऐप के रूप में लॉन्च किया गया है। उसकी डिजिटल प्रस्तुति अपने आप में अनूठी है। इसे देख कर एक अध्यात्मिक अनुभूति प्राप्त हो रही है। संस्कृत हमारी देव भाषा है, जो सभी भाषाओं की जननी है। इस कार्यक्रम में मंच संचालन सहित कारवाहियां संस्कृत में किया गया है, यह बेहतर प्रयास है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने कहीं न कहीं से उसे खोजा और पूरे देश के सामने उदाहरण स्वरूप उसे पेश किया है। बहुत सामान्य आदमी ने छोटे कार्य से पूरे देश के लिए प्रेरणा बनने का काम करता है, तो माननीय प्रधानमंत्री जी ने मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से उसे व्यक्त किया है।
इस कार्यक्रम में उपस्थित मन की बात की सर्जक एवं महिला कल्याण समिति की सचिव अर्चना राय भट्ट, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ० लक्ष्मी नारायण सिंह, डॉ० मिथिलेश झा, मार्गदर्शक मुकेश कुमार ओझा , प्रोफ़ेसर रामाकांत शर्मा, सुमित कश्यप, टेक्निकल टीम से आशीष सिंह आयोजन समिति के अध्यक्ष सतीश कुमार, अनन्या राजवंश, राजवंश एवं यशराज सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।