NEWSPR डेस्क। बिहार विधानसभा में उठे लॉ एंड ऑर्डर के सवाल और सीएम नीतीश कुमार के सख्ती के बाद बिहार पुलिस के सबसे बड़े अधिकारी यानी डीजीपी एसके सिंघल एक्शन मोड में है। डीजीपी एसके सिंघल लगातार देर रात थानों का औचक निरीक्षण करने निकल रहे हैं। पटना के बाद शनिवार देर रात थाना हाजीपुर अचानक औचक निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान पुलिस पदाधिकारियों में हड़कंप मच गया। डीजीपी ने एसपी मनीष एसडीपीओ राघव दयाल नगर थाना अध्यक्ष सुबोध सिंह को कई दिशा निर्देश दिया।
डीजीपी एसके सिंघल और एडीजी मुख्यालय जीएस गंगवार ने लगभग 2 से ढाई घंटे तक दोनों अधिकारियों ने नगर थाने की पूरी पड़ताल की और कई सारे जरूरी सुझाव और निर्देश भी दिए। डीजीपी ने महिला संतरी से पूछताछ की। इस दौरान थानाध्यक्ष समेत अधिकारियों को निर्देश देते हुए जमकर फटकार भी लगाई और तो और थाना कैंपस में लगे धूल फांकते गाड़ियों को देखकर कड़े रुख भी इख्तियार किए। डीजीपी ने कहा कि थाने में साफ-सफाई पुलिस की व्यवस्था मैन पावर, गाड़ी की व्यवस्था, रिकॉर्ड मेंटेन समेत कई चीजें देखी गई है।
उन्होंने कहा कि 2021 में हत्या, बलात्कार, बैंक लूट, एससी एसटी मामलों में कमी आई है। वहीं चोरी और लूट की घटना में बढ़ोतरी हुई है। डीजीपी ने कहा कि 2022 के शुरुआत के दो महीने में हत्या लूट डकैती की घटना में कमी हुई है। उन्होंने ये भी बताया कि नगर थाने में आगे महिला पुलिस बल एवं पदाधिकारी एवं मैनपावर बढ़ेगा। इसके लिए भवन का निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि किस तरह से हम अच्छी से अच्छी पुलिसिंग कर सके, पुलिस और पब्लिक के बीच समन्वय स्थापित कर सकें, किस तरह से पब्लिक के सहयोग से क्राइम कंट्रोल कर सके और उनकी समस्याओं का निपटारा कर सकें इन सभी बातों पर पुलिस पदाधिकारियों के साथ चर्चा की गई। डीजीपी ने कहा कि हमारी कोशिश है कि थाना अच्छी से अच्छी लोगों की सेवा कर सके। डीजीपी ने पुराने लंबित मामले में गिरफ्तारी कुर्की जब्ती कर मामले को निपटाने का निर्देश दिया। मौके पर एसपी मनीष एसडीपीओ राघव दयाल नगर थाना अध्यक्ष सुबोध सिंह समेत कई पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे।
वैशाली से प्रिस कुमार की रिपोर्ट