धनबाद : वैश्विक महामारी कोरोना का असर बढ़ने के साथ ही देश में कोरोना का संक्रमण का मामला बढ़ता जा रहा है। ऐसे में झारखंड में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच सरकार और कर्मचारियों के बीच तानातनी देखने को मिल रही है।
दरअसल धनबाद में पारा मेडिकल स्टाफ अपने समान काम-समान वेतन सहित कई अन्य मांगों को लेकर धनबाद सिविल सर्जन कार्यालय के बाहर पीछले तीन दिनों से लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसके तहत झारखंड अनुबंधित पारा मेडिकल कर्मचारी संघ की हड़ताल शुक्रवार से शुरू हुई थी जो आज यानी बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रही।
वहीं स्वास्थ्य कर्मचारियों के हड़ताल का असर सबसे ज्यादा डीएमसीएच (DMCH) अस्पताल में स्वाब संग्रह (कोरोना जांच के लिए) पर पड़ रहा है। इस हड़ताल के कारण यहां 50 फीसद से भी कम स्वाब संग्रह हो पा रहा है। जिसको देखते सरकार ने हड़ताली कर्मचारियों को 12 घंटे के अल्टीमेटम दिया था जिसके बाद भी कर्मचारी अपनी मांग पर अड़े रहे। जिसके बात स्वास्थ्य सचिव ने इनके विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई करने को कहा है।
उधर, हड़ताल के कारण राज्य में लगातार दूसरे दिन कोरोना जांच के लिए सैंपल लेने से लेकर जांच की प्रक्रिया बुरी तरह प्रभावित हुई। कई जिलों में तो जांच पूरी तरह ठप हो गई। अभी सिर्फ देवघर और गढ़वा के पारा मेडिकल कर्मी हड़ताल में शामिल नहीं हैं। हलांकि इन सबके बीच आश्वासन के बाद नर्सें काम पर लौट आई हैं।