डिजिटल इंडिया का डिजिटल भिखारी, छुट्टे नहीं है कहने वालों से ऑनलाइन लेता है भीख

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। बीते कुछ वर्षों में देशवासियों ने डिजिटल इंडिया की ओर काफी तेजी से कदम बढ़ाया है। अब देश में अधिकतर लेन देन डिजिटल माध्यमों से होने लगे हैं। डिजिटल पेमेंट करने में यूपीआई (UPI) एक अहम रोल निभा रहा है। गूगल पे, फोन पे, भीम ऐप, पेटीएम, जैसे कई ऐप के जरिए लोग एक-दूसरे से पैसे एक्सचेंज करते है।

बदलते जमाने के साथ अब तो समाज में अंतिम पायदान पर खड़े लोग भी अपने आप को बदलने में लगे हैं। सभी खुद को अपडेट कर रहे हैं। बात चाहे रेहड़ी, ठेला-खोमचा वाले की करें या फिर भिक्षाटन (Digital Begging) कर यानी भीख मांगकर जीवन-यापन करने वाले भिखारियों की सभी अर्थ युग में खुद को अपडेट कर रहे हैं और डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) का सहारा ले रहे हैं।

जी हां, भिखारी भी अब डिजिटल हो गए है। बिहार के बेतिया रेलवे स्टेशन से कुछ ऐसी ही तस्वीरें सामने आई है। 40 साल का राजू पटेल बेतिया स्टेशन पर भीख मांगता है। वह रेलवे स्टेशन पर डिजिटल भिखारी के रूप में फेमस है। यहां बचपन से ही भीख मांग कर बड़ा हुए राजू ने अब अपने भीख मांगने के धंधे को भी डिजिटल कर दिया है। वह गले में QR CODE वाली तख्ती टांग कर लोगों से भीख मांगता है। जब भी कोई कहता कि उसके पास छुट्टे नहीं है, तब राजू गूगल-पे और फोन-पे के ई- स्कैन करने वाली तख्ती आगे कर देता और कहता बाबूजी पे फोन कर दो, गुगल पे कर दो। वह हाथ में टैब लेकर रहता है। उसके बार में लोग कहते हैं कि राजू बिहार का शायद पहला डिजिटल भिखारी है।

लालू और मोदी का फैन है राजू

राजू, लालू प्रसाद का फैन है। वह लालू प्रसाद को अपने पिता जैसा मानता है। वह जिले में लालू प्रसाद के होने वाले सभी कार्यक्रम में पहुंचता था। राजू कहता है लालू प्रसाद भी उसके बहुत पसंद करते हैं। साल 2005 में लालू प्रसाद यादव के आदेश पर उसे सप्तक्रांति सुपर फास्ट एक्‍सप्रेस की पैंट्री कार से रोज खाना मिलता था।  उसे 2015 तक हर रोज इस ट्रेन से खाना मिला। इसके साथ ही राजू खुद को पीएम मोदी का भक्त बताता है। वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया का भी दीवाना है।

जानकारी के मुताबिक मानिसक तौर पर कमजोर राजू पिता की मौत के बाद से घर से बाहर रहने लगा। मंदबुद्धि होने की वजह से राजू को पेट पालने के लिए और कोई उपाय भी नहीं दिखा, लिहाजा वह स्‍टेशन सहित शहर के विभिन्‍न इलाकों में भीख मांगता है और फिर रात में स्‍टेशन पर ही सो जाता है।

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