जिलाधिकारी ने गंगा घाटों का किया निरक्षण, 22 घाटों को बताया खतरनाक, बुजुर्ग और बच्चों को घाटों पर आने कि है मनाही

Sanjeev Shrivastava

NEWSPR डेस्क। पटना नहाय खाय से शुरू होने वाले छठ महापर्व को लेकर लगातार जिला प्रशासन के घाटों का निरीक्षण दौड़ जारी है. एक बार फिर जिलाधिकारी कुमार रवि ने सभी संबंधित अधिकारियों के साथ राजधानी पटना के घाट की तैयारियों के अंतिम स्वरूप को देखने पहुंचे।

पटना जिलाधिकारी कुमार रवि ने बताया कि निरीक्षण में 22 ऐसे घाटों चिह्नित किया गया, जो खतरनाक हैं और उन जगहों पर बैरिकेट करके लाल कपड़े लगाने के साथ-साथ बैनर भी लगा दिया गया है। डीएम की ओर से ऐसे घाटों पर लोगों को आने के लिए मना भी किया गया है।

आपको बताते चले कि 18 नवंबर को नहाय खाय से तीन दिनों तक चलने वाले महापर्व को लेकर घाटो की स्थिति और अंतिम स्वरूप की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे। इस बार छठ महापर्व कोरोना महामारी के बीच सम्पन होने को लेकर जिला प्रशासन द्वारा कोविड प्रोटोकॉल के सभी मानको पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है.

कुल 90 घाटो पर अस्चलगामी और उदयमान सूर्य की उपासना कर छठ व्रती अपने पर्व को सम्पन्न करेंगे। दरअसल इस बार जिला प्रशासन और नगर निगम की लोगो से खास अपील है कि जो छठ व्रती गंगा घाट नही आएंगे उन्हें निगम की गाड़ियों द्वारा उनके घरों तक गंगा जल उपलब्ध कराया जाएगा।

वही कोरोना संक्रमण को देखते हुए घाटो पर सोसल डिस्टेंसिंग और मास्क का उपयोग अनिवार्य किया गया है. बहरहाल घाटो पर बैरिकेटिंग से लेकर चेंजिंग रूम तक बनकर बिल्कुल तैयार है ।

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