कटिहार शहरी क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से रविवार से डोर टू डोर कोरोना जांच शुरू किया गया। जिला प्रशासन की ओर से 6 टीम बनाई गई है। एक टीम में 2 सदस्य हैं। जिसमें एक लैब टेक्नीशियन और एक सहयोगी को शामिल किया गया है।
एक टीम को 200 लोगों का कोरोना जांच का लक्ष्य दिया गया है और सभी टीमों को एक दिन में 12 सौ लोगों का जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया है। विनोद पुर इलाके में लैब टेक्नीशियन मनोज कुमार और उत्तम कुमार के द्वारा रैपिड किट से लोगों का कोरोना जांच किया गया। इस अवसर पर लैब टेक्नीशियन मनोज ने बताया कि जिला प्रशासन के आदेश पर आज से डोर टू डोर कोरोना जांच किया जा रहा है।
उन्हें एक दिन में 200 लोगों का जांच का लक्ष्य दिया गया है। उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति कोरोना का जांच यहां कराते हैं तो उन्हें आधे घंटे में रिपोर्ट बता दिया जाता है कि आप पॉजिटिव है या नेगेटिव है। इधर जांच कराने आए लोगों ने इस कार्य को काफी सराहा और कहा कि अब सदर अस्पताल में जाना नहीं पड़ेगा। घर घर ही कोरोना जांच कराई जा रहा है। जिससे जहां जांच कराए वहीं रिपोर्ट मिल जाएगी, वहीं ज़िलापदधिकारी कंवल तनुज हर वार्ड में लगी कोरोना टेस्टिंग केम्प का खुद जायजा ले रहे है और काम कर रही टीम का हौसला अफजाई कर रहे है।
वहीं डीएम ने बताया कि लॉक डाउन के दौरान पूरे जिले में ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग की जाय ताकि एक और जहां लॉक डाउन से वायरस की चैन तोड़ने में मदद मिलेगी। वही टेस्टिंग के द्वारा भी यह पता चल पाएगा कि कितने लोग संक्रमित है और उन्हें आइसोलेट कर कोरोना के संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक लगाया जा सके। गौरतलब है कि बिहार में कटिहार कोरोना टेस्टिंग के मामले में नंबर 2 के पोजीशन में है और कल बीते दिन सभी गठित टीमों के द्वारा रिकॉर्ड तोड़ 3000 टेस्टिंग की गई।