DRDO ने किया Akash-NG और MPATGM मिसाइल का सफल परीक्षण, जेडीयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने डीआरडीओ इंडिया की पूरी टीम को दी बधाई

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देते हुए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने बुधवार को दो स्वदेशी मिसाइलों का सफल परीक्षण किया। इनमें से एक जमीन से हवा में मार करने वाली नई पीढ़ी की आकाश मिसाइल (आकाश-एनजी) और दूसरी कम वजन, फायर एंड फार्गेट मैन पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (एमपी-एटीजीएम) है। जेडीयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने डीआरडीओ इंडिया की पूरी टीम को सफल परीक्षण के लिए बधाई दी।
परीक्षण के दौरान मिसाइल को थर्मल साइट के साथ एकीकृत मानव-पोर्टेबल लांचर से लॉन्च किया गया था। मिसाइल ने सीधे हमले मोड में लक्ष्य को मारा और इसे सटीक रूप से नष्ट कर दिया। परीक्षण ने न्यूनतम सीमा को सफलतापूर्वक सत्यापित किया है।
मिशन के सभी उद्देश्यों को पूरा किया गया। इस मिसाइल का अधिकतम सीमा के लिए सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया जा चुका है। पूरी तरह से स्वदेशी रूप में विकसित इस मिसाइल में एक छोटा अत्याधुनिक इंफ्रारेड इमेजिंग सीकर भी लगाया गया है। इस परीक्षण के साथ ही तीसरी पीढ़ी की इस मिसाइल के विकास का काम लगभग पूरा हो गया है।
नई पीढ़ी की आकाश मिसाइल को डीआरडीओ की प्रयोगशाला के साथ मिलकर हैदराबाद स्थित रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला (डीआरडीएल) द्वारा विकसित किया गया है। इसके परीक्षण के समय भारतीय वायु सेना के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। आकाश-एनजी मिसाइल को शामिल किए जाने के बाद भारतीय वायु सेना की ताकत और बढ़ जाएगी।

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