NEWSPR डेस्क। छठ महापर्व के दौरान संभावित आपदा की रोकथाम और आपदाओं के न्यूनीकरण के लिए छठ घाटों पर पटना सहित विभिन्न जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के 1002 जवान तैनात रहेगें। किसी भी आपदा की स्थिति से निपटने के लिए इन जवानों की टीम लगातार घाटों पर एवं घाटों के पास मोटरवोट से निगरानी करती रहेगी। इसके लिए आपदा विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने सभी जिलों के जिलाधिकारी को निर्देश दिया है।
आपदा विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि छठ घाटों पर श्रद्धालुओं को समस्या ना हो एवं संभावित आपदा से निपटने के लिए घाटों पर एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीम की तैनाती की गई है। पटना के घाटों पर बोट एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही 13 घाटों पर मेडिकल टीम की प्रतिनियुक्ति की गई है।
पटना में 400 एनडीआरफ एवं बाढ़, फतुहा, पुनपुन और दुल्हिन बाजार में 28 एसडीआरएफ की तैनाती की गई है। इसी तरह से पटना सहित 30 जिलों के विभिन्न घटों पर एसडीआरएफ की टीम की प्रतिनियुक्ति की गई है। सभी डीएम को छठ पर्व के दौरान नदी में निजी नाव का परिचालन बंद करने का निर्देश दिया गया है।
इसके साथ ही एनडीआरएफ एसडीआरएफ को एक्टिव मोड में रखने तथा उसके साथ प्रशिक्षित गोताखोरों एवं मोटरबोट चालकों को संबद्ध करने का निर्देश दिया गया। ताकि किसी घाट पर दुर्घटना की खबर पाते ही टीम पूरी तत्परता के साथ बिना देर किए हुए समय पर पहुंचे तथा सुरक्षा प्रदान किया जा सके।
घाटों पर प्रतिनियुक्त प्रशिक्षित गोताखोरों को आसानी से पहचान की जा सके। इसके लिए सभी गोताखोरों विशेष जैकेट में रहेंगे। आपदा सचिव ने कहा कि एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ के मोटरबोटों की तैनाती एक स्थान पर कम से कम दो मोटरबोट एक साथ रहे ताकि किसी आकस्मिकता की स्थिति में एक दूसरे का सहयोग कर सकें।