औरंगाबाद अपनी दो सूत्री मांगों को लेकर 102 एंबुलेंस के चालक एवं कर्मी शहर के दानी बिगहा स्थित बस स्टैंड के समीप आज आठवा दिन भी हड़ताल पर रहे। इस दौरान उन्होंने अपनी कंपनी और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। हड़ताल पर बैठे चालकों ने बताया कि जिस कंपनी ने बिहार में एंबुलेंस परिचालन का फेंचाइजी लिया था उसका कार्यकाल समाप्त हो गया है और दूसरी कंपनी ने अपना एग्रीमेंट अस्पताल को सुपुर्द किया है।लेकिन समस्या यह है कि जिस कंपनी के साथ हमलोगों का अनुबंध था उस कंपनी के पास पिछले तीन माह का वेतन बकाया है। इसकी जानकारी डीपीएम को दी गई। मगर उनके तरफ से कोई कार्रवाई न हुई। ऐसे में अपने भविष्य की चिंता को लेकर हड़ताल पर सभी चले गए।
चालकों ने कहा कि उनकी दो प्रमुख मांग है। जिसमें तीन माह का वेतन भुगतान एवं पांच माह का इसीएस भुगतान पूर्व कंपनी के द्वारा किया जाय। साथ ही साथ नई कंपनी के साथ समायोजन भी कराया जाय ताकि पारिवारिक दायित्वों का निर्वहन हो सके। इधर एंबुलेंस चालकों एवं कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से सदर अस्पताल में अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया है। इसको लेकर सदर अस्पताल से रेफर हुए मरीजों को हायर सेंटर ले जाने में उनके परिजन परेशान हो रहे हैं।हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था कर रखी है मगर वह नाकाफी साबित हो रही है।जिसका लाभ निजी एंबुलेंस चालक ले रहे है।