NEWSPR डेस्क। पूर्वी चम्पारण में 72 साल पुरान पुल अचानक टूटकर गिर पड़ा। घटना पताही थाना के महमदी गांव की है। जानकारी के अनुसार करीब 72 साल पहले मोतिया नदी पुल का निर्माण कराया गया था। पुल के गिरने से पुल पर से गुजर रहा गिट्टी लदा डंपर नदी में गिर गया। जिससे डंपर के चालक, उपचालक और एक अन्य व्यक्ति को चोट आई।
बताया जा रहा है कि गिट्टी लदे डंपर मोतिया नदी पर बने पुराने पूल को पार कर रहा था। इसी दौरान जैसे ही ट्रक पुल के बीच में पहुंचा की पुल गिर पड़ा। जिस वजह से डंपर पुल के नीचे चला गया। किसी तरह उस पर सवार तीनों ने अपनी जान बचाई। सभी को हल्की चोट आई है। जो निजी डॉक्टर से इलाज करा रहे हैं। गिट्टी लदे ट्रक से ध्वस्त हुए पुराने पूल का निर्माण 1950 में महमदी दरबार के मालकिन देवकी ओझाई ने करवाया था। उस वक्त नदी काफी उफान पर रहती थी। जिसके कारण गांव के लोग नदी पार नहीं कर पाते थे। गांव के लोगों की परेशनी समस्या को देख कर मालकिन ने पुल का निर्माण कराया था। हालांकि पूल क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसकी वजह से पास में एक और पुल का निर्माण भी कराया गया है, लेकिन एप्रोच पथ नहीं होने की वजह से भारी वाहन उस रास्ते नहीं जा पाती है।
गिट्टी लेकर जा रही ट्रक जैसे ही पुल पर चढ़ी पुल भरभरा कर टूट गया। जिसके कारण ट्रक पर सवार चालक, उप चालक और एक अन्य व्यक्ति को हल्की चोट आई हैं। गांव के नुरनैन ने बताया कि ट्रक पुल से गुजर रहा था कि पुल गिर पड़ा है। नदी में पानी नहीं होने के कारण औऱ पुल के दीवाल पर ट्रक फंसा हुआ है। फंसा ट्रक पुल से लटका हुआ है। ग्रामीण बताते है कि पुल का निर्माण पूरा हो चुका है। ठीकेदार ने मनमानी करते हुए पुल के बगल में ना तो डायवर्शन का निर्माण कराया है और ना ही नवनिर्मित पुल का एप्रोच रोड ही बनाया है। जिस कारण लोगों का सहारा जर्जर पुल ही बना था। जर्जर पुल के ध्वस्त होने से इलाके के कई गांव का सीधा सड़क संपर्क टूट गया है औऱ लोगो की परेशानी बढ़ गयी है।
मोतिहारी से धर्मेंद्र की रिपोर्ट