NEWSPR डेस्क। बाढ़ में प्रशासन पर दबाव कायम करने के उद्देश्य से बाढ़ अनुमंडल मुख्यालय के करीब 500 ई रिक्शा चालकों ने किराया बढ़ाने को लेकर 2 दिनों की हड़ताल शुरू की है। इसके कारण सड़कों पर लोगों को वाहन नहीं मिल रहे जिससे उनकी परेशानी बढ़ रही है। वहीं लोगों का कहना है कि रिक्शा चालक जान बूझ कर ज्यादा किराया लेते हैं। उनकी किराया बढ़ाने की मांग पूरी तरह से अवैध है।
वहीं स्थानीय लोगों ने किराया बढ़ाने का पुरजोर विरोध किया है। ई रिक्शा चालक संघ द्वारा मनमाने तरीके से किराया बढ़ाने को लेकर हड़ताल के जरिए अपनी बात मनवाने को लेकर प्रयास शुरू किया गया है। वही हड़ताल के कारण बाढ़ स्टेशन, सदर बाजार, कचहरी एवं अन्य रूटों पर ई-रिक्शा का परिचालन बंद है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि बिजली से चार्ज होकर चलने वाली ई-रिक्शा का किराया बढ़ाने की मांग अवैध है। इसको लेकर चालक संघ मनमानी कर रहा है।
वही अनुमंडल प्रशासन भी आंख मूंद कर हड़ताली चालकों को शह देने में लगा हुआ है।लोगों का आरोप है कि ई रिक्शा चालक द्वारा ओवरलोडिंग कर नियमों को ताक पर रखते हुए कमाई कर रहे हैं। किराया बढ़ोतरी होने से आम लोगों पर इसका बेवजह बोझ पड़ेगा।
बाढ़ से अजय मिश्रा की रिपोर्ट