प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए भारतीय रेलवे के अभियंता रवीश कुमार, उनकी पत्नी मीनाक्षी राज और ट्रूइस्टिक सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर दर्ज कुल 7.47 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त कर लिया है। जब्त संपत्तियों में जमीन, फ्लैट, बैंक बैलेंस, फिक्स्ड डिपॉजिट और टर्म डिपॉजिट शामिल हैं।
ईडी ने यह कार्रवाई केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की नवंबर 2020 में दर्ज की गई प्राथमिकी और दिसंबर 2022 में दाखिल चार्जशीट के आधार पर की है। जांच में यह पाया गया कि रवीश कुमार ने भारतीय रेलवे में जनवरी 2009 से अक्टूबर 2020 के बीच अपनी आय के ज्ञात स्रोतों से लगभग 7.56 करोड़ रुपये अधिक की संपत्ति अर्जित की थी। यह उनकी कुल वैध आय से 320.74% अधिक है।
जांच एजेंसियों के अनुसार, रवीश कुमार और उनकी पत्नी के नाम पर कुल 16 अचल संपत्तियां खरीदी गई थीं, जिनकी अनुमानित कीमत 6.04 करोड़ रुपये है। इसके अलावा, 1.42 करोड़ रुपये की चल संपत्तियां जैसे बैंक जमा, एफडी और अन्य निवेशों को भी कुर्क किया गया है।
प्रवर्तन निदेशालय ने इन सभी संपत्तियों को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत अस्थायी रूप से जब्त किया है और आगे की जांच जारी है। अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई सार्वजनिक पद पर रहते हुए की गई कथित आर्थिक अनियमितताओं और आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई है।