सीएम नीतीश की हाईलेवल मीटिंग का असर, पटना समेत कई जेलों में छापेमारी से हड़कंप! आखिर कब सुधरेगा जेल प्रशासन?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शुक्रवार को हुई लॉ एंड ऑर्डर की मीटिंग के बाद शनिवार सुबह से ही पूरे बिहार की जेलों में छापेमारी अभियान चलाया गया. पटना की बेउर जेल, मुजफ्फरपुर के शहीद खुदीराम बोस और मोतिहारी के सेंट्रल जेल समेत अनेक जेलों में छापेमारी की गई है. राजधानी पटना स्थित बिहार के सबसे बड़े बेउर जेल में सुबह साढ़े चार बजे से लगातार तीन घंटे तक जेल का कोना-कोना छान लिया गया. SDO और ASP के नेतृत्व में सुबह-सुबह यह छापेमारी की गई थी.
अचानक हुई इस कार्रवाई से जेल प्रशासन और कैदियों में हड़कम्प मच गया. लगभग तीन घंटे की छापेमारी में पुलिस को कोई खास आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ. सदर एसडीओ और एसपी के नेतृत्व में हुई छापेमारी के दौरान जेल के अंदर से 5 मोबाइल, चार्जर, गांजा समेत कई आपत्तिजनक चीजें बरामद की गई हैं. हालांकि बिहार की जेलों से इन चीजों की बरामदगी ने एक बार फिर से जेल की आंतरिक व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है.
बता दें कि दो माह पहले भी बिहार के सभी जिला जेलों में छापेमारी की गई थी. बेउर जेल के अंदर जब जिला अधिकारी के नेतृत्व में छापेमारी हुई थी तब काफी संख्या में मोबाइल और दूसरी आपत्तिजनक चीजें मिलने के बाद अधीक्षक और जेलर को निलंबित कर दिया गया था. अनुमान था कि इस कार्रवाई के बाद जेल प्रशासन सुधार करेगा. लेकिन हालत अब भी वही नजर आ रहे हैं.
मुज़फ़्फ़रपुर के शहीद खुदीराम बोस सेंट्रल जेल में भी छापेमारी की गई. अहले सुबह से एसडीएम कुंदन कुमार के नेतृत्व में जेल को खंगाला गया. छापामारी में एसएसपी, सिटी एसपी, डीएसपी समेत कई थानों की की पुलिस के साथ ही बीएमपी के जवान भी शामिल रहे. अभी तक कोई सूचना बाहर नहीं आई है. बताया जा रहा है कि जेल के भीतर सभी वार्डो को खंगाला गया. इस औचक छापेमारी से जेल में हड़कंप मचा हुआ है.
वहीं, मोतिहारी सेंट्रल जेल में भी छापेमारी की गई है. सदर एसडीओ और डीएसपी के नेतृत्व में हुई इस रेड के लिए दस टीमें बनाई गई थीं. मिली जानकारी के अनुसार एक सिम और एक पेन ड्राइव बरामद किया गया है. डीएम के निर्देश पर यह छापेमारी की गई थी. गया सेंट्रल जेल में भी छापेमारी की खबर है. अहले सुबह डीएम, एसएसपी के नेतृत्व में हुई रेड में किसी भी तरह का आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ है.
इस बीच खबर है कि बक्सर में डीएम अमर समीर ने कोविड को लेकर बक्सर सेन्ट्रल जेल का औचक निरीक्षण किया. डीएम ने बताया कि निरिक्षण के दौरान कोई आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ है. कोविड गाइडलाइंस के अनुसार कैदियों को जेल में रखने को लेकर निरिक्षण किया और जेल प्रशासन को इसका पालन करने की हिदायत दी गई है.
अभी तक मिली सूचना के अनुसार पटना की बेउर जेल के साथ ही बक्सर और मोतिहारी केंद्रीय कारा के अलावा गया जिले के शेरघाटी, औरंगाबाद जिले के दाउदनगर, रोहतास जिले के सासाराम, आरा, जहानाबाद, कटिहार, सिवान, छपरा, बेगूसराय और नवादा मंडल कारा में भी छापेमारी हुई है. इस दौरान मोबाइल फोन, चार्जर, चाकू और तंबाकू जैसी कई तरह की आपत्तिजनक चीजें बरामद होने की सूचना मिल रही है. एक साथ बिहार के कई जेलों में की गई छापेमारी से जेल परिसर में हड़कंप मचा हुआ है. इसे सीएम नीतीश कुमार की हाईलेवल मीटिंग का असर माना जा रहा है.
पिछले दिनों बेउर जेल का एक वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन की काफी किरकिरी हुई थी. ऐसी कई खबरें सामने आई थीं कि जेल में बंद अपराधी वहीं से अपने इशारे पर आपराधिक वारदातों को अंजाम दिलवा रहे हैं. इसे देखते हुए प्रशासन की यह छापेमारी काफी महत्वपूर्ण है.
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