NEWSPR डेस्क। करहगर थाना क्षेत्र के खनेठी गांव में मंगलवार रात 55 लोगों की तबीयत अचानक बिगड़ गई। सभी लोगों ने गांव की एक दुकान में शाम को जलेबी-समोसा खाया था। देर रात ये सभी फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए। सबको आनन-फानन में करहगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां से इन्हें प्राथमिक इलाज के बाद रेफर कर दिया गया। अभी इनका इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। कुछ को बेहतर इलाज के लिए बनारस भी जे जाया गया।
दरअसल, गांव में नारायण कुशवाहा नामक व्यक्ति की चाय-नाश्ते की दुकान है। जहां ग्रामीणों ने शाम में जलेबी और समोसा खाया था। देर रात कुछ लोगों को उल्टी-दस्त शुरू हो गई। फिर गांव भर से लोगों के बीमार होने की बात सामने आने लगी। इसके बाद परिजन विभिन्न साधनों से फूड प्वाइजनिंग के शिकार लोगों को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, करगहर पहुंचे।
सीएचसी, करहगर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि रात में बड़ी संख्या में फूड प्वाइजनिंग के शिकार लोगों को इलाज के लिए लाया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए कोचस, परसथुआ, दिनारा आदि के स्वास्थ्य केंद्रों से एंबुलेंस बुलाया गया। इनकी स्थिति गंभीर थी। उन्हें प्राथमिक चिकित्सा के बाद रेफर कर दिया गया। पुलिस के वाहन से कुछ मरीजों को रेफर किया गया। उल्टी-दस्त के अलावा चक्कर मिचली, हाथ-पैर सुन्न होना की शिकायतें थी। फूड प्वाइजनिंग से बीमार हुए लोगों में अधिकांश बच्चे हैं। महिलाएं और युवा भी शामिल हैं।